रामनगर न्यूज : ‘गांधी-शास्त्री विचारों में आज भी-कल भी’ पर विचार गोष्ठी
रामनगर। गांधी जी एवं गांधी जी के विचार कल भी, आज भी, कल भी प्रासंगिक थे, हैं व रहेंगे। रचनात्मक शिक्षक मंडल की मुहिम के तहत चोरपानी में खुले “शहीद ए आजम भगत सिंह स्मृति पुस्तकालय” में गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने अपने संबोधन में कही। पुस्तकालय की संयोजिका एवं गोष्ठी की आयोजक मेघा आर्य के संचालन में बच्चों ने गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री के जन्म दिवस के अवसर पर उन्हें याद करते हुए उनके बहुमूल्य विचार साझा करते हुए बच्चों द्वारा गांधी तथा शास्त्री के छाया चित्र बनाया।
गोष्ठी में बोलते हुए सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता प्रभात ध्यानी ने कहा कि गांधी ने हमेशा सादा जीवन, उच्च विचार तथा व्यसन मुक्त समाज के निर्माण पर जोर दिया था वही पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया था जो तब भी, आज भी और कल भी हमेशा प्रासंगिक थे, हैं व रहेंगे। समाजसेवी मनमोहन अग्रवाल ने गांधी द्वारा जीवन में नैतिकता, अहिंसा की बातों की उपयोगिता को बताया।
सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता लालमणि 2 अक्टूबर 1994 को सत्ता के संरक्षण में उत्तराखंड आंदोलनकारियों के साथ हुए जुल्म एवं दुराचार को उत्तराखंड के इतिहास का काला दिवस “मुजफ्फर नगर कांड” की घटना के बारे में बताया। गोष्ठी में विद्यावती, किरण आर्य ने इन महापुरुषों से प्रेरणा लेने की बात कही। गोष्ठी के अंत में व्यसनमुक्त, नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए जागरूकता रैली निकालने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर आनंद राम, संतोष देवी, हर प्यारी देवी, विपिन, रोहित, गौरव, शिवानी, नंदिनी, शिवा, लक्की व पंकज आदि मौजूद थे।