सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
कोरोनाकाल के कारण करीब दस माह सुनसान पड़े विद्यालय आज सोमवार को एक बार फिर गुलजार हुए। शासन के निर्देशानुसार के बाद कुछ शर्तों के साथ छठी कक्षा से लेकर इंटर तक के छात्र—छात्राओं की कक्षाओं का संचालन आज से शुरू हो गया। महीनों से घर बैठे बच्चों में भी विद्यालय खुलने से उत्सकुकता दिखी।
गौरतलब है कि कोरोनाकाल के कारण 10 महीनों से विद्यालय बंद चल रहे थे। मगर महीनों से विद्यालयों में पसरी सुनसानी सोमवार को गायब हो गई। सुबह शहरों व गांवों में विद्यालय खुलने से बच्चों ने सुबह स्कूल का रूख किया। जिससे सड़कों व रास्तों में रौनक बढ़ी और कोरोनाकाल के कारण पैदा हुई नकारात्मकता, सकारात्मकता में तब्दील होती प्रतीत हुई। विद्यालयों में अच्छी चहल पहल रही। कक्षाओं में पठन—पाठन के दौर का श्रीगणेश हुआ। कहीं बच्चों की अच्छी—खासी उपस्थिति रही, तो कहीं पहले दिन अपेक्षा के कम बच्चे हो पाए। स्कूलों में शासन के निर्देशानुसार सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्क्रीनिंग और मास्क का प्रयोग दिखा। स्कूल खुलने से बच्चों में भी नया उत्साह दिखा। जिससे उम्मीद जगी है कि पटरी से बाहर उतरा पठन—पाठन जल्द पटरी पर आएगा। अल्मोड़ा नगर में जीजीआईसी, जीआइसी, एआईसी, एडम्स इंटर कालेज, आर्य कन्या इंटर कालेज व श्रीकृष्ण विद्यापीठ तथा राजकीय आदर्श इंटर कालेज हवालबाग, स्यालीधार समेत जिले के तमाम शासकीय व अशासकीय विद्यालयों में रौनक लौट आई है। श्रीकृष्ण विद्यापीठ जूनियर हाईस्कूल पांडेखोला के प्रबंधक प्रदीप गुरुरानी ने बताया कि उनके विद्यालय में पहले दिन करीब 40 प्रतिशत बच्चों ने उपस्थिति दी। यहां गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए विद्यालय खोले गए थे। अब छठी से ऊपर की कक्षाएं खोल दी गई हैं।