बागेश्वर: तीलू रौतेली पुरस्कार पर सविता नगरकोटी ने खड़े किए सवाल
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✍️ बोलीं, सरकार इस पुरस्कार के उद्देश्य से भटक गई है
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष सविता नगरकोटी ने तीलू रौतेली पुरस्कार पर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया है कि सरकार राज्य स्तरीय तीलू रौतेली पुरस्कार उद्देश्य से भटक गई है और इस पुरस्कार के नाम पर खेल खेल रही है। इस मामले पर उनके द्वारा सोशल मीडिया पर जमकर बयानबाजी की जा रही है, जिससे सियासी हलचल तेज हो गई है।
कांडा तहसील निवासी भाजपा वरिष्ठ कार्यकर्ता ने कहा कि 10 वर्ष से तीलू रौतेली पुरस्कार खेल क्षेत्र में दिया जा रहा है। उनका सुझाव है कि पुरस्कार का नाम बदल देना चाहिए। उनका कहना है कि कई महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम कर रही हैं, जो इस पुरस्कार के लिए वास्तव में योग्य हैं, लेकिन हर वर्ष उन्हें मायूसी मिल रही है। उन्होंने कहा है कि वीरांगना राज्य स्तरीय तीलू रौतेली पुरस्कार जिस उद्देश्य से दिया जाता है, उससे सरकार पूरी तरह भटक गई है। पुरस्कार के नाम पर सरकार रेवड़ी बांटने लगी है। उन्होंने कहा है कि बागेश्वर जिले में पिछले 10 सालों से लगातार खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है। उनका आरोप है कि जो महिलाएं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है, उनका आवेदन जनपद स्तर से आगे नहीं बढ़ पा रहा है।यही वजह है कि महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, विधवा विवाह व नशा उन्मूलन के क्षेत्रों में कार्य करने वाली महिलाओं के आवेदनों पर विचार तक नहीं किया जाता है और किसी नेता के राजनीतिक दबाव में ही फाइलें आगे बढ़ाई जाती हैं।
उन्होंने यह भी कहा है कि महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में वह खुद 25 वर्षों से कार्य कर रही हैं और वह पिछले 10 वर्षों से लगातार इस पुरस्कार के लिए आवेदन कर रही हैं। उन्होंने बताया है कि उनके द्वारा क्षेत्र में 25 वर्षों से अनगिनत उल्लेखनीय कार्य गांव-गांव, घर-घर पैदल चलकर किए हैं और आज भी कर रही हैं, मगर जिला स्तर पर ही आवेदन रोक दिए गए हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से निवेदन किया है कि पुरस्कार चयन में निष्पक्षता व ईमानदारी होनी चाहिए।