✒️ क्या ऐसे सुधरेंगी स्वास्थ्य सेवायें
✒️ संगठन की अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की चेतावनी
सीएनई रिपोर्टर, नैनीताल/गरमपानी/खैरना
प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय योगदान दे रहे एनएचएम कर्मी शासन-प्रशासन की उपेक्षा का दंश क्षेल रहे हैं। आलम यह है कि विभिन्न स्वास्थ्य केंद्र व अस्पतालों में कार्यरत कार्मिकों के अनुबंध नवीनीकरण की कार्रवाई होना तो दूर उन्हें इस दीपावली सीजन में भी सितंबर 2022 से मानदेय का भुगतान नहीं हो सका है। लिहाजा, स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संगठन ने अनुबन्ध नवीनीकरण एवं मानदेय आहरित करने की मांग को लेकर 18 अक्टूबर से बेमियादी कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल के माध्यम से संगठन द्वारा मिशन निदेशक एनएचएम को भेजे ज्ञापन में समस्त कार्मिकों का अनुबन्ध नवीनीकरण एवं मानदेय आहरित करने के सन्दर्भ में कहा गया है। उन्होंने कहा कि एनएचएम के समस्त कार्मिक (डीएचएस एवं टी एण्ड एम) को सितम्बर 2022 माह से मानदेय नही मिल पा रहा है, जबकि एनएचएम के कार्मिकों का इस वित्तीय वर्ष का अनुबन्ध विस्तारीकरण (अप्रैल माह से) सात माह बीत जाने के पश्चात भी अतिथि तक न हो पाना बेहद ही खेदजनक एवं दुविधापूर्वक है, जिससे कार्मिकों को मानसिक आघात की स्थिति से गुजरना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सभी राजकीय एवं निगम कर्मिकों को दीपावली पर्व के उपहार स्वरुप बोनस एवं डीए में बढ़ोत्तरी कर प्रदान करने की तैयारी की जा रही है, लेकिन एनएचएम कार्मिकों को माह सितम्बर 2022 का भी मानदेय अतिथि तक आहरित नही किया गया है। 09 नवम्बर 2021 राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सीएम उत्तराखंड की घोषणा के अनुसार कोरोना वारियर के अर्न्तगत समस्त एनएचएम कर्मियों को रूपये 10 हजार की धनराशि प्रदान किये जाने की घोषणा की गयी थी, किंतु दुर्भाग्यपूर्ण है कि उक्त घोषणा की धनराशि को भी आतिथि तक प्रदान नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि कार्मिकों के समक्ष ये दुविधा बनी हुई हैं कि दीपों के पर्व दीवाली में दीयों में तेल डालने के लिए उधार कहा से लें। कहा कि यदि संभव हो सकें तो माह सितम्बर व अक्टूबर 2022 का मानदेय और वार्षिक वृद्धि दीवाली से पूर्व एनएचएम कार्मिको को प्रदान करें। चेतावनी दी कि अगर कार्मिकों की उपरोक्त वर्णित मांगों के साथ ही पूर्व की मांगों पर यदि 17 अक्टूबर 2022 तक यदि समाधान नही होता है, तो समस्त कार्मिक अपनी मांगों को लेकर 18 अक्टूबर 2022 से अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार के साथ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी। ज्ञापन देने वालों में कार्यकारी अध्यक्ष व सचिव एनएचएम संविदा कर्मचारी संगठन नैनीताल सहित तमाम पदाधिकारी व सदस्य शामिल हैं।