दुःखदः उक्रांद नेता एवं राज्य आंदोलनकारी हरीश पाठक नहीं रहे, शोक की लहर
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सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
उक्रांद के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य आंदोलनकारी हरीश पाठक का निधन हो गया है। वह 55 वर्ष के थे। उनके निधन पर उनके पैतृक गांव दशौली में शोक की लहर दौड़ गई है। राज्य आंदोलनकारी और उक्रांद ने शोक सभा आयोजित की और उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
राज्य आंदोलनकारी हेम पंत ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि उत्तराखंड ने एक सच्चा आंदोलनकारी खो दिया है। राज्य आंदोलनकारी हरीश पाठक का निधन उक्रांद की बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा कि स्व. हरीश पाठक उत्तराखंड के हितलाभों से जुड़े सवालों और गैरसैंण राजधानी के लिए वह निरंतर संघर्षरत रहे। उनके असमय निधन से सभी स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि गैरसैंण राजधानी के लिए एकजुट संघर्ष ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। वहीं, व्यापार मंडल भराड़ी के अध्यक्ष शेर सिंह ऐठानी ने कहा कि पाठक ने उक्रांद से कपकोट विधानसभा से चुनाव भी लड़ा था। आयोजित शोकसभा में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान मेहमान सिंह, कैलाश जोशी, पितांबर जोशी, केवल आनंद जोशी, दिलीप सिंह, केशर सिंह आदि आदि मौजूद थे। इधर, उक्रांद के जिलाध्यक्ष हीरा बल्लभ भट्ट ने कहा कि पार्टी ने एक सच्चा सिपाही खो दिया है। उनके असमायिक निधन पर एनबी भट्ट, रमेश कृषक, पूर्व विधायक ललित फस्वार्ण, पूर्व जिपंअ हरीश ऐठानी, पूर्व दर्जामंत्री राजेंद्र टंगड़िया आदि ने गहरा दुख जताया है।