चेन्नई। कैंसर इलाज के क्षेत्र में देश और दुनिया की जानी मानी विशेषज्ञ डॉ वी शांता का आज मंगलवार (19 जनवरी) सुबह चेन्नई में निधन हो गया। डॉ. वी शांता 94 साल की थीं और शांता को सांस लेने में परेशानी थी इसके बाद उन्हें चेन्नई के अपोलो अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
डॉ. वी शांता देश के उन डॉक्टरों में शामिल थीं जिन्होंने कैंसर के इलाज को आम आदमी के लिए सुलभ कराया, उन्होंने कैंसर के क्षेत्र में गहन रिसर्च किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ वी शांता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “डॉक्टर वी शांता को कैंसर रोगियों की देखभाल करने सुनिश्चित करने में उनके उत्कृष्ट प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। चेन्नई के अदयार में स्थित कैंसर संस्थान गरीबों और दलितों की सेवा करने में सबसे आगे है। मुझे 2018 में संस्थान की अपनी यात्रा याद है। डॉ. वी शांता के निधन से दुखी हूं, ओम शांति।”
वहीं वित्त मंत्री डॉ निर्मला सीतारमण ने दुख जताते हुए कहा कि अदयार कैंसर संस्थान की चेयरपर्सन डॉ. वी शांता अब नहीं रहीं। हमेशा गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा में वह आगे रहीं। वह अस्पताल परिसर के भीतर ही एक कमरे में रहती थीं, कैंसर रोगियों का इलाज उनका एकमात्र लक्ष्य होता था। वह एक संत समान थीं, अब हमारे बीच नहीं रहीं। उन्हें हाथ जोड़कर नमन।
डॉ. शांता का जन्म 11 मार्च 1927 को चेन्नई में हुआ था। नेशनल गर्ल्स हाई स्कूल से प्राथमिक शिक्षा हासिल करने के बाद वह मेडिसीन के क्षेत्र में आईं और इसी क्षेत्र में जीवन पर्यन्त रहीं। उन्होंने 1940 में एमबीबीएस की डिग्री ली, 1952 में डीजीओ बनी फिर 1955 में गायनीकोलॉजी में एमडी की डिग्री हासिल कीं।
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