रुद्रपुर। भाजपा व पार्टी समर्थित नगर निगम के पार्षदों की बात सीएम ने भी नहीं सुनीं तो मामला अब संकल्प और गंगा जल की कसमों तक जा पहुंचा है। इन पार्षदों ने संकल्प लिया है कि जब तक नगर निगम के एमएनए का ट्रांसफर नहीं हो जाता तब तक वे नगर निगम परिसर में प्रवेश नहीं करेंगे। यही नहीं सब पार्षदों ने संकल्प लेते हुए फोटोज और निगम परिसर में प्रवेश न करने का संदेश अपनी अपनी फेसबुक वाल पर भी चिपका दिया है। अब इस मामले में कांग्रेस अपनी रणनीति बनाने में लगी है।
दरअसल भाजपा के पार्षदों की नगर निगम के एमएनए जय भरत सिंह से कतई नहीं बन पा रही है। कल जब सीएम रुद्रपुर पहुंचे तो सभी पार्षदों ने अपनी बात उनके सामने रखने का निर्णय लिया लेकिन उन्हें सीएम से मिलने ही नहीं दिया गया। मेयर सीएम से मिले तो लेकिन उनकी इस संदर्भ में बात होने से पहले ही बताते हैं कि सीएम ने कह दिया कि एमएनए बढ़िया काम कर रहे हैं कोई और काम हो तो बताएं।
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सीएम के जाने के बाद भाजपा के 23 में से बीस पार्षद एक पार्षद प्रमोद शर्मा के आवास पर जुटे और आगे की रणनीति बनाई। उन्होंने सामुहिक तौर पर गंगाजल उठाकर संकल्प लिया कि जब तक एमएनए का स्थानांतरण कहीं और नहीं हो जाता तब तक वे नगर निगम परिसर में प्रवेश नहीं करेंगे। यहीं संदेश उन्होंन अपने अपने फेसबुक वाल भी पोस्ट किया है।इस बैठक में 23 में से 20 भाजप पार्षद शामिल हुए, उनका दावा है कि शेष तीन पार्षदों ने भी उन्हें अपना समर्थन दिया है।
भाजपा पार्षदों की रणनीति सामने आने के बाद अब कांग्रेस अपनी अगली चाल पर विचार कर रही है।