सीएनई रिपोर्टर, रानीखेत
पांच प्रतिशत रॉयल्टी बढ़ाये जाने के खिलाफ आज ठेकेदारों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने एनएच के अधिशासी अभियंता कार्यालय में तालाबंद और धरना-प्रदर्शन कर अपने आक्रोश को प्रकट किया। साथ ही सरकार को चेतावनी दी कि ठेकेदारों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत तमाम ठेकेदार कार्यालय पहुंचे और तालबंदी करने के बाद धरने पर बैठ गये। इस दौरान जमकर नारेबाजी भी की गई। धरनास्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि लगभग डेढ़ माह का समय बीत जाने बावजूद भी निर्माणाचार्य संघ की समस्या और मांगों पर गौर नहीं किया जा रहा है, जबकि राज्य सरकार व तमाम अधिकारियों को निरंतर ज्ञापन सौंपे गये हैं। उन्होंने कहा कि रॉयल्टी के विषय में कोई फैसला नहीं लिये जाने से ठेकेदार काफी परेशान हैं और उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में ठेकेदारों के समक्ष धरना-प्रदर्शन, तालाबंदी जैसी कार्रवाईयों के अतिरिक्त कोई अन्य विकल्प ही नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों ने निर्णय लिया है कि 8 अगस्त, 2022 तक अगर कोई निर्णय नहीं आया तो तालाबंदी के साथ संपूर्ण काम रोक दिया जायेगा। धरना-प्रदर्शन व तालाबंदी में दीप सिंह मेहरा, संजय सिंह बोरा, हरीश मेहरा, चंद्र शेखर पांडे, देवेंद्र सिंह बिष्ट, कुलदीप सिंह फर्त्याल, धर्मेंद्र अधिकारी ,प्रकाश नेगी, गोपाल सिंह देव, संजय बिष्ट आदि ठेकेदार शामिल हुए।