सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: रानीधारा सड़क पुनर्निर्माण संघर्ष समिति का धरना सोमवार को 25वें दिन भी जारी रहा। समिति सीवर लाइन की गुणवत्ता की एसआईटी जांच कराने तथा शिव मंदिर से सेवा सदन तक पैदल मार्ग का पुनर्निर्माण करने की मांग पर अड़ी है। इधर आंदोलन को समर्थन लगातार मिल रहा है।
धरने में शामिल वरिष्ठ नागरिकों ने कहा कि साई मंदिर से धार की तूनी तक सड़क निर्माण में सालभर से भी ज्यादा वक्त लगने की संभावना है। ऐसे में बरसात को देखते हुए जिला प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था से बरसाती पानी का रुख नाले की ओर किया जाए, ताकि वह लोगों के घरों में नहीं जा पाए।वक्ताओं ने कहा कि जो स्थिति बनी है, वह मानवाधिकार के खिलाफ है, लेकिन जिला प्रशासन आंखें मूदे है, मानो किसी हादसे का इंतजार कर रहा हो। आज धरने में संयोजक विनय किरौला, संघर्ष समिति के अध्यक्ष दीप चन्द्र पांडे, संरक्षक शम्भु दत्त बिष्ट, महासचिव मीनू पंत, सचिव हंसी रावत, नीमा पंत, एड. सुनीता पाण्डे, महिला अध्यक्ष कमला दरम्वाल, पीएस रावत, सुमित नज्जौन, पवन पंत, दीपा बिष्ट, तनुजा पंत, गीता पांडे, मनीषा पंत, ज्योति पाण्डे, रीता पंत, गीता पंत, भगवती डोगरा, कमला बिष्ट, जानकी पाण्डे, उमा अलमिया, सुधा उप्रेती, भगवती जोशी, माया कांडपाल, कुमुद जोशी, दीपा पाण्डे, मुन्नी बिष्ट, भुवन चंद्र कांडपाल, प्रिया भट्ट, आरती रावत, ज्योति रावत, माया बिष्ट, ममता चम्याल, ममता बिष्ट, दीपा रावत, मुन्नी नेगी, हंसी कार्की, शिखा पाण्डे, नरेंद सिंह नेगी, भागीरथी बिष्ट, भावना उप्रेती, दीपा रावल, एचसी भट्ट, डीसी पाण्डे आदि शामिल रहे।