अल्मोड़ा: रानीधारा सड़क बनी जी का जंजाल, नागरिकों का पारा चढ़ा

✍️ संयोजक विनय किरौला के नेतृत्व में धरना—प्रदर्शन ✍️ सुधारीकरण कार्य शुरू होने तक जारी रहेगी लड़ाई सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: यहां दुर्दशाग्रस्त रानीधारा लिंक रोड…

रानीधारा सड़क बनी जी का जंजाल, नागरिकों का पारा चढ़ा

✍️ संयोजक विनय किरौला के नेतृत्व में धरना—प्रदर्शन
✍️ सुधारीकरण कार्य शुरू होने तक जारी रहेगी लड़ाई

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: यहां दुर्दशाग्रस्त रानीधारा लिंक रोड के सुधारीकरण में हीलाहवाली के खिलाफ आखिरकार नागरिकों का पारा चढ़ ही गया और जनहित मुद्दों को लेकर संघर्षरत विनय किरौला के नेतृत्व में क्षेत्र के लोगों ने आज इसी सड़क पर प्रदर्शन किया और धरना दिया। इस मौके पर जबर्दस्त नारेबाजी की गई। बेहद गर्मी में भी धरना—प्रदर्शन कर अनसुनी व अनदेखी के खिलाफ कड़ा गुस्सा उगला। साथ ही चेतावनी दी है कि जब तक सड़क का सुधारीकरण कार्य शुरू नहीं होगा, तब तक धरना—प्रदर्शन जारी रखा जाएगा। जिसमें क्षेत्र के सभी लोग कूदेंगे।

धरनास्थल पर संयोजक विनय किरौला ने कहा कि एक सप्ताह पूर्व उनके द्वारा जिला प्रशासन को चेताया गया था कि अविलंब रानीधारा मार्ग की दशा को सुधारने का काम शुरू नहीं हुआ, तो जनता आंदोलन शुरू कर देगी। उन्होंने कहा कि इसी अनसुनी पर अब धरना—प्रदर्शन को मजबूर होना पड़ा है। किरौला ने कहा कि इस मार्ग के इर्द—गिर्द घनी बसासत है, जिस कारण बड़ी संख्या में इस रास्ते से लोगों व स्कूली बच्चों की आवाजाही लगी रहती है, मगर सीवर लाइन​ बिछने के बाद से सड़क की सूरत बिगड़ गई है और पूरी सड़क उबड़—खाबड़, धूल धूसरित बनी है, यहां तक कि कई जगह दुर्घटना की आशंका बन गई है।

धरने को संबोधित करते हुए स्थानीय निवासी डॉ. एसएस पथनी ने कहा प्रदेश में नौकरशाही इस कदर हावी हो गयी है कि लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हो गए हैं। वहीं डॉ. सैयद अली हामिद ने कहा कि सीवर लाइन बिछाने के बाद इस लिंक रोड में पानी की निकासी के पारंपरिक रास्ते बंद हो चुके हैं, जिससे पानी रास्ते के नीचे लोगों के घरों में घुस रहा है, जो बड़ी आपदा को दावत दे रहा है। धरना व प्रदर्शन में नीमा पंत, मनोज बिष्ट, संभू बिष्ट, मीनाक्षी पांडेय, हेमा पंत, अमरीश पवार ने संबोधित करते हुए आंदोलन का पूर्ण समर्थन दिया। धरने में विनय किरौला, सुजीत टम्टा, संदीप दर्मवाल, मनोज बिष्ट भय्यू, अमरीश पवार, हिमांशु पंत, नंदन सिंह, मीनाक्षी पांडेय, हेमा पंत, चतुर सिंह नेगी, नवीन बिष्ट, चंद्र मोहन जायसवाल, गुड्डू पंत, मोहन सिंह डोगरा, राकेश बिष्ट, प्रदीप बिष्ट, विनोद सिंह, विनोद टम्टा, जीवन सिंह बिष्ट आदि समेत दर्जनों लोग शामिल हुए।

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