ALMORA NEWS: महिला हाट ने उठाया जल संकट से निजात दिलाने का बीड़ा, दो गांवों में 40 घरों में वर्षा जल संग्रहण की व्यवस्था
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
महिला हाट संस्था अल्मोड़ा ने महिला उत्थान के कार्यों के साथ ही जल संकट वाले गांवों के ग्रामीणों को चिह्नित कर वहां वर्षा जल संग्रहण के प्रयास शुरू कर दिए हैं। फिलहाल संस्था ने जल संकट से ग्रसित दो गांव चुने, जहां संस्था सचिव कृष्णा बिष्ट के निर्देशन में वर्षा जल संग्रहण व्यवस्था कराने का बीड़ा उठा। अब तक संस्था ने ग्रामीणों का सहयोग लेते हुए अपने सीमित संसाधनों से 40 परिवारों में यह व्यवस्था की है।
महिला हाट के तत्वावधान में वर्षा जल संग्रहण का कार्य हवालबाग ब्लाक के सकार व चितई तिवारी गांव में किया जा रहा है। जिसके तहत संस्था ने अपने सीमित संसाधनों व ग्रामीण सहयोग से सकार गांव में दस अनुसूचित जाति परिवारों के घरों में एक हजार लीटर क्षमता की टंकी की व्यवस्था की गई है। इसमें छतों से वर्षा जल संग्रहण की व्यवस्था की गई है। यह कार्य इन गांवों में पेयजल संकट को देखते हुए किया गया है। इसी प्रकार संस्था ने चितई तिवारी गांव में जल संकट से कुछ हद तक निजात दिलाने की कोशिश की है। इस गांव में 5 हेक्टेअर क्षेत्र में मजबूत घेराबंदी करके पौधारोपण किया है। इसके अलावा इस गांव के 30 परिवारों के घरों में वर्षा जल संग्रहण कार्य किया गया है।
संस्था के राजू कांडपाल ने बताया कि संस्था अब तक 40 से अधिक घरों में वर्षा जल संग्रहण का इंतजाम कर चुकी है और यह प्रयास निकट भविष्य से जल संकट से निजात दिलाने में काफी मददगार सिद्ध होगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘कैच द रेन’ वाली सोच को ध्यान में रखते हुए लोगों को वर्षा जल संग्रहण के लिए प्रेरित करने का कार्य संस्था कर रही है। जगह—जगह संस्था द्वारा ग्रामीणों की गोष्ठी कराकर प्रेरित करने का काम चल रहा है। इस कार्य में संस्था प्रभारी मीना पांडे, संजय कुमार, पुष्पा टम्टा, सकार के प्रधान अमित बिष्ट, वार्ड मेंबर सुरेश कुमार, चितई तिवारी की प्रधान कमला रावत, वन पंचायत सरपंच बसंत कुमार, बलवंत रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य अनीता रावत सहयोग कर रहे हैं।