✍️ दुग—नाकुरी में 30 मीटर पेयजल लाइन बही, 30 हजार की आबादी प्रभावित
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिले में दो दिन से हो रही लगातार बारिश का कहर यहां की सड़कों पर जारी है। सरयू व गोमती के उफान पर आने से नगर क्षेत्र में पीने के पानी का संकट भी बना रहा। उधर दुग-नाकुरी तहसील में जल संस्थान की पेयजल लाइन 30 मीटर तक बह जाने से तीन हजार से अधिक उपभोक्ताओं के सामने पीने के पानी का संकट गहरा गया है। लोगों ने बारिश के पानी से काम चलाया, यदि समय पर योजना ठीक नहीं हुई, तो चार गांव के लोगों को पानी के लिए कई दिनों तक तरसना पड़ेगा।
जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को सबसे अधिक बारिश कपकोट क्षेत्र में 115 एमएम बारिश हुई। बागेश्वर में 16 तथा गरुड़ में 29 एमएम बारिश हुई। गुरुवार की सुबह तक बारिश का दौर जारी रहा। लगातार हो रही बारिश से पगना-शक्तेश्वर, रमाड़ी-कनोली, सनेती-बैकोड़ी, भानी-हरसिंग्याबगड़, विजयपुर-भाटगाड़, काफलीकमेड़ा, भयूं-गडेरा, कपकोट-कर्मी, चेटाबगड़-भनार, भयूं-गुलेर तथा मुनार-गांसी मोटर मार्ग अमला आने से बंद हो गए हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को तहसील तथा जिला मुख्यालय आने के लिए पांच से सात किमी पैदल चलना पड़ रहा है। लोगों की आवाजाही बंद हो गई है। लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। उधर दुग-नाकुरी तहसील के बैकोड़ी तथा महोली में अतिवृष्टि से किड्ई, पचार तथा महोली गांव के लिए बनी पानी की योजना क्षतिग्रस्त है। लगभग 35 मीटर पाइप लाइन नदी में बह गए हैं। पानी नहीं आने पचार, किड़ई तथा महोली के लोग परेशान हैं। गुरुवार को दूसरे दिन भी पानी नहीं आया। लोगों ने बारिश के पानी से टंकियां भरी और किसी तरह अपना काम चलाया। यदि बारिश नहीं हुई और योजना ठीक नहीं हुई तो लोग परेशान रहेंगे। इधर जिला आपदा प्रबंधन अधिकरी शिखा सुयाल ने बताया कि बंद मार्ग खोलने का काम चल रहा है। पचार पेयजल योजना से लोगों को पानी मिले इसके लिए अस्थायी व्यव्स्था की जा रही है।
सड़क पर गिरा पेड़, यातायात बाधित
बागेश्वर: बागेश्वर-कांडा एनएच मार्ग स्थित बुड़घुना के पास गुरुवार अपराह्न एक चीड़ का पेड़ सड़क पर गिर गया। इससे यातायात प्रभावित हो गया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना आपदा प्रबंधन विभाग को दी। सूचना के बाद एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने पेड़ को काटकर सड़क से हटाया। इसके बाद यातायात सुचारू हो पाया। मार्ग पर फंसे लोगों ने राहत की सांस ली।