सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
उत्तर भारत हाइड्रो पावर कंपनी के विरुद्ध खारगबड़ के ग्रामीणों ने सांकेतिक धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है। जिससे नुकसान भी होने लगा है, लेकिन अभी तक भू-धसांव और पानी के रिसाव से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हो सके हैं। उन्होंने पावर हाउस पर मंगलवार को तालाबंदी की चेतावनी दी। इधर तहसीलदार कपकोट ने धरनास्थल पर पहुँचकर आंदोलनकारियों से वार्ता की।
सोमवार को संघर्ष समिति के अध्यक्ष हयात सिंह बड़ती के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पावर हाउस के पास लगातार दूसरे दिन भी सांकेतिक धरना दिया। जहां वार्ता को पहुँची तहसीलदार कपकोट पूजा शर्मा ने आंदोलनकारियों से वार्ता की। जिस पर प्रभावित क्षेत्र खारबगड़, रीठाबगड़, भानी, परमटी, चीराबगड़, तिमलाबगड़, डोडिला, कन्यूटी के ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी को ग्रामीणों की कोई परवाह नहीं है। क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है। जिससे भूस्खलन होने लगा है। बीते दिनों से खारबगड़ में भूधंसाव और पानी रिसाव हो रहा है। जिससे गांवों पर खतरा मंडराने लगा है। यदि बड़ी दुर्घटना हुई तो उसका जिम्मेदार कंपनी होगी। उन्होंने कहा कि 12 जुलाई को वह पावर हाउस पर तालाबंदी करेंगे। इसके बाद भी कंपनी वार्ता और सुरक्षा के प्रति राजी नहीं हुई, तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन से भी मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। इस दौरान अध्यक्ष हयात सिंह बड़ती,भुबन ऐठानी, गोविंद बिंष्ट, दयाल सिंह बड़ती, बलवंत सिंह, दरवान सिह, गीता देवी, पार्वती देवी, कमला देवी आदि मौजूद थे।