गांधीनगर| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा का पार्थिव शरीर मुक्तिधाम शमशान घाट में पंचतत्व में हुआ विलीन। मोदी ने अपने भाई के साथ उन्हें मुखाग्नि दी।
प्रधानमंत्री की मां हीराबेन मोदी का पार्थिव शरीर गांधीनगर के श्मशान घाट लाया गया। जहां पूरे वैदिक विधि विधान एवं मंत्रोच्चारण के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। प्रधानमंत्री और उनके भाईयों ने मां हीरा बा के पार्थिव शरीर के पंचतत्व में विलीन होने से पहले उनके शरीर में घी का लेप किया। हीराबा का पूरे हिन्दू रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मोदी ने अपने भाई के साथ मां के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। मुखाग्नि देने के समय प्रधानमंत्री बहुत भावुक हो गए। मुक्तिधाम शमशान घाट में हीराबा की अंत्येष्टि के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, राज्य सरकार के मंत्री, विधायकों सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
प्रधानमंत्री मां हीराबा का अंतिम संस्कार करने के बाद शमशान घाट से राजभवन की ओर रवाना हुए। इससे पहले प्रधानमंत्री को जैस ही मां के निधन की सूचना मिली वह अमहदाबाद के लिए रवाना हो गए। अहमदाबाद हवाई अड्डे पहुंचने से पहले गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल वहां मौजूद थे। मोदी हवाई अड्डे से सीधे गांधीनगर में अपने छोटे भाई पंकज मोदी के घर रायसन पहुंचे। प्रधानमंत्री ने मां हीराबेन के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पण कर नमन किया। इसके बाद मोदी ने मां की अर्थी को कंधा दिया। जिसके बाद हीराबेन के पार्थिव शरीर को गांधीनगर के मुक्तिधाम शमशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री की मां हीराबेन का निधन शुक्रवार तड़के साढ़े तीन बजे अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में हो गया। हीराबेन की 100 वर्ष की थी। उन्हें मंगलवार को तबीयत बिगड़ने के बाद अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के निदेशक ने एक बुलेटिन जारी करके कहा कि हीराबेन मोदी ने आज तड़के साढ़े तीन बजे अंतिम सांस ली थी।
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