✍️ किसान परेशान, आंदोलन की चेतावनी दी
सीएनई रिपोर्टर, गरुड़: कत्यूरघाटी के गुमची गांव में इन दिनों जंगली सुअरों का आतंक बना हुआ है। जंगली सुअरों के झुंड खेतों में घुसकर काश्तकारों की मेहनत पर पानी फेर रहे हैं। परेशान काश्तकारों ने वन विभाग से मुआवजा देने व जंगली सुअरों को मारने की अनुमति देने की मांग की है।
कत्यूर घाटी के गुमची गांव में जंगली सुअरों का आतंक बना हुआ है। सुअर न केवल फसलों और सब्जियों को तहस-नहस कर रहे हैं बल्कि अब ग्रामीणों पर हमला भी कर रहे हैं। जंगली सुअर फसल नष्ट कर खेतों में गड्ढे बना दे रहे हैं। रातभर झुंडों में घुसे सुअर खेतों में डेरा डाले रहते हैं।इस कारण पूरी फसलें बर्बाद हो रही हैं। किसान संगठन के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद कत्यूरी, भुवन मिश्रा, सुरेंद्र थायत, देवेंद्र प्रसाद कांडपाल, गोपाल दानू, प्रकाश गड़िया आदि का कहना है कि जंगली सुअर लंबे समय से उनकी फसलों को चौपट कर रहे हैं। कई बार वन विभाग को सूचना देने के बाद भी न तो इनके आतंक से निजात दिलाई जा रही है और न ही उन्हें मुआवजा दिया जा रहा है। परेशान किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि वन विभाग जंगली सुअरों की समस्या से निजात नहीं दिलाता है तो उन्हें आंदोलन छेड़ने को बाध्य होना पड़ेगा।