✍️ उत्तराखंड लोक वाहिनी समेत रंगकर्मियों व संगठनों ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: प्रसिद्ध रंगकर्मी, जनकवि एवं जनांदोलनकारी स्व. गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ को उनकी पुण्यतिथि पर आज यहां उत्तराखंड लोक वाहिनी समेत रंगकर्मियों व कलाकारों ने याद किया। इस मौके पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किए। इस मौके पर गिर्दा के जनगीत गाए गए। इस बात पर अफसोस भी जताया गया कि गिर्दा ने उत्तराखंड राज्य के संदर्भ में जो सपने संजोये थे, वे आज भी अधूरे हैं।
‘गिर्दा’ की पुण्यतिथि के मौके पर आज उत्तराखंड लोक वाहिनी ने एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें वक्ताओं ने कहा की गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ द्वारा उत्तराखंड के लिए देखे गए सपने आज भी अधूरे हैं। वक्ताओं ने कहा कि राज्य बनने के 24 सालों के बाद भी उत्तराखंड का विकास आज भी अपेक्षित है। पहाड़ से रिकार्ड पलायन हो चुका है। वक्ताओं ने कहा कि गिर्दा के गीत संघर्ष की प्रेरणा देते रहेंगे। वाहिनी के वरिष्ठ नेता जगत रौतेला ने कहा कि सन् 1972 से लेकर अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में गिर्दा ने हर जन आंदोलन को अपने गीतों के धार दी। संचालन करते हुए दयाकृष्ण कांडपाल ने कहा की गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ जन कवि रहे और उनके सपनों का उत्तराखंड का इंतजार आज तक किया जा रहा है। वाहिनी के महासचिव पूरन तिवारी ने कहा कि गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ व डा. शमशेर सिंह बिष्ट एक—दूसरे के पूरक रहे और उत्तराखंड लोक वाहनी ने जिन मुद्दों को सड़कों पर उठाया, उन्हें गिर्दा ने अपने स्वर से निकले जनगीतों से धार दी। उन्होंने यह भी बताया कि आगामी 22 सितम्बर को डा. शमशेर सिंह बिष्ट की पुण्यतिथि मनाई जायेगी। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता आशिस जोशी, संजय पाण्डे, रेवती बिष्ट, जंगबहादुर थापा, पूरन चंद्र तिवारी, बिशन जोशी, अजयमित्र सिंह बिष्ट, हरीश मुहम्मद, दिनेश भट्ट आदि शामिल रहे।
इधर विभिन्न संगठनों, रंगकर्मियों व कलाकारों ने भी पुण्यतिथि पर गिर्दा को श्रद्धांजलि अर्पित की। यहां माल रोड में स्वागत की छत पर आयोजित पृथक कार्यक्रम में संगठनों, रंगकर्मियों व कलाकारों ने एक स्वर में गिर्दा के कई जनगीत गाए और उन्हें याद किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि गिर्दा ने उत्तराखंड के जनांदोलनों को अपने मधुर स्वरों से जो धार दी, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस मौके पर वरिष्ठ रंगकर्मी नवीन बिष्ट, उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी, राजू गिरी समेत कई लोग शामिल हुए।