Bageshwar News: बाल विज्ञानियों ने प्रस्तुत किए मॉडल

—विज्ञान दिवस पर डायट में कार्यशाला—तमाम विद्यालयों में हुए कार्यक्रमसीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरअलाइन्स फॉर साइंस के तहत जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ने राजकीय इंटर कॉलेज…

—विज्ञान दिवस पर डायट में कार्यशाला
—तमाम विद्यालयों में हुए कार्यक्रम
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
अलाइन्स फॉर साइंस के तहत जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ने राजकीय इंटर कॉलेज मंडलसेरा में विज्ञान कार्यशाला आयोजित की। सोमवार को इसका प्रमाण पत्र वितरण के साथ संपन्न हो गया है। कार्यशाला के दौरान बच्चों ने विज्ञान पर आधारित कई मॉडल प्रस्तुत किए। इन मॉडलों की प्रदर्शनी लगाई गई। मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी पदमेंद्र सकलानी ने कहा कि हर बच्चे के भीतर प्रतिभा छिपी होती है। जरूरत उसे निखारने की होती है। यह मंच इसी तरह का काम कर रहा है।

कार्यशाला में 80 छात्र-छात्राओं के अलावा दस शिक्षकों ने भी भाग लिया। इस दौरान बच्चों ने जिद्दी गुड्डा, चुबंक डांस, डबल कोन, हथेली में छेद, विद्युत मोटर, आंख का मॉडल, सूर्य, चंद्रमा की गतियों आदि के मॉडलों की प्रदर्शनी लगाई। इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. केवलानंद कांडपाल, डायट प्राचार्य व विज्ञान समन्वयक डॉ. शैलेंद्र धपोला, आशीष कांडपाल, हरीश जोशी, रवि जोशी, दया सागर, खुशाल मर्तोलिया, कैलाश चंदोला, इंद्रा धपोला, मुकुल भाकुनी, रामकिशन, मनोज खोलिया तथा राकेश जोशी आदि मौजूद रहे।
स्कूलों में विविध कार्यक्रम

बागेश्वर: विज्ञान दिवस पर जिले के तमाम स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश किए। विज्ञान को समझने, सीखने और करने पर वैज्ञानिकों ने कई तथ्य सामने रखे। बच्चों ने भी अनुभव सांझा किए। इस दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं और विज्ञान माडल में अव्वल रहे प्रतिभागियों को आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए गए।

सोमवार को कंट्रीवाइड पबल्कि स्कूल मंडलसेरा में आयोजित विज्ञान मेले का शुभारंभ प्रो. लक्ष्मण सिंह देव ने कहा कि विज्ञान के चमत्कार आए दिन होते हैं। छोटे बच्चों के विज्ञान के प्रति काफी उत्साह है। उनके माडलों से उन्होंने हुनर का प्रदर्शन किया। इस दौरान ऊर्जा संबंधि माडल बेहतर रहे। फैंसी ड्रेस आदि रंगारंग कार्यक्रम आयोजित हुए। इस मौके पर गोविंद दानू, तारा देवी, राजीव निगम, पूजा लोहनी, पल्लवी साह, मनीषा, दुर्गा, ममता, हेमा, दीपा धामी, प्रधानाचार्य राखी राज आदि मौजूद थे। उधर, राइंका में आयोजित कार्यक्रम का प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार तिवारी ने शुभारंभ किया। कहा कि प्रसिद्ध भौतिक शास्त्री सीवी रमन ने 28 फरवरी 1928 को रमन प्रभाव की खोज की थी। 1930 उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1954 में भारत रत्न मिला। इस दौरान दीप चंद्र जोशी, जीतेंद्र जोशी, हरीश चंद्र उपाध्याय, संजय टम्टा, हेमलता लोहनी, सपना, रवि मिश्रा आदि मौजूद थे।


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