— बैठने के लिए बैंच तक के लाले
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
गर्मी बढ़ते ही जिले में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। जिला अस्पताल की व्यवस्था कम पड़ने लगी है। रोगियों को बैठने के लिए बैंच तक नहीं मिल रही है। शुक्रवार को यहां मरीज जमीन में बैठने को मजबूर हो गए। मरीज केवल दवा लेकर घर रवाना हो गए हैं। तीमारदारों ने अस्पताल प्रशासन की अव्यवस्था पर कड़ी आपत्ति जताई है। व्यवस्था में सुधार लाने की मांग की है।
जिला अस्पताल में लगभग 75 बेड हैं। जिसमें तीन आइसीयू बेड अभी खाली हैं। 45 बेड पर मरीज भर्ती किए गए हैं और सात बेड अभी खाली हैं, जबकि ट्रामा सेंटर में 20 बेड अलग से हैं। मौसम में आए उतार-चढ़ाव के बाद रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वायरल, सर्दी, जुकाम, उल्टी-दस्त आदि के रोगी अधिक हैं। ओपीडी पांच सौ से बढ़कर सात सौ तक पहुंच रही है। जिसके कारण अस्पताल में रोगियों के बैठने आदि के लिए स्थान भी कम पड़ने लगा है।
जिला अस्पताल आए मनोज कुमार, पार्वती देवी, कमला देवी, सरिता ने बताया कि पर्ची बनाने में भी समय लग रहा है। लंबी कतार के बाद एक या दो घंटे बाद ही नंबर पड़ रहा है। अस्पताल सुबह नौ बजे खुलता है और दो बजे बाद बंद हो जाता है। पर्ची बनाने के बावजूद भी वह डाक्टर को दिखा नहीं पा रहे हैं। इधर, प्रभारी सीएमएस डा. एसपी त्रिपाठी ने कहा कि जरूरी होने पर ही मरीज को भर्ती किया जाता है। दवाइयां आदि की कोई कमी नहीं है। डाक्टर अतिरिक्त समय देकर काम कर रहे हैं।