सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बागेश्वर आगमन पर युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर उनका विरोध किया और गिरफ्तारी दी।

युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष कवि जोशी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार पर खनन माफियाओं व शराब माफियाओं का सरंक्षण देकर प्रशासन को कमजोर करने, बाबा बागनाथ की भूमि बागेश्वर में बार को लाइसेंस देने, शराब माफियाओं के लॉकडाउन में बंद दुकानों के अधिभार को माफ कर उनको सरंक्षण देने के विरोध में यह कार्यक्रम किया। उन्होंने कहा कि बागेश्वर से ही गोदामों से 14000 पेटियों शराब की लॉकडाउन होने के बाद भी बागेश्वर में रातों रात गोदामों से बेची गयी। बागेश्वर विधायक द्वारा कोरोना काल मे मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को दी गयी 1 करोड़ की विधायक निधि पर आवश्यक मशीनों (अल्ट्रासाउंड मशीन व एक्सरे मशीन) की खरीद और टेंडर का मामला उठाया।
स्थायी राजधानी गैरसैंण की घोषणा न करने एनआरएचएम कर्मियों की दो मांग (बैकलॉक से भर्तियों पर रोक, ग्रेड पे लागू) पूरी न करने, अतिथि शिक्षको को स्थायी नियुक्ति व उनके सुरक्षित भविष्य पर अभी तक कोई ठोस निर्णय न लेने, पूरे प्रदेश ने बेरोजगारी 5 लाख से ऊपर हो चुकी है और अभी तक सरकार द्वारा सभी विभागों में लगभग 122887 पद रिक्त है उनपर भर्तिया न निकाल पाने, लॉकडाउन में उत्तराखंड के व्यापारियों के लिए कोई भी राहत पैकेज नही देने का विरोध किया। उन्होंने कई अन्य मांगों पर ठेंगा दिखाने को लेकर गुस्से का इजहार किया।
कार्यकर्ताओं विरोध में काले झंडे दिखाये, हालाकि पुलिस ने कार्यकर्ताओं को पहले ही हिरासत में ले लिया और कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी।
विरोध प्रदर्शन व गिरफ्तारी देने वालो में कवि जोशी जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस बागेश्वर, अंकुर उपाध्याय, जयदीप कुमार, गोकुल परिहार बालकृष्ण, राजेन्द्र टंगड़िया,सुनीता टम्टा रिजवान खान,उमेश मनराल , गीतांजली, सुनील पाण्डेय, जीवन पाण्डेय, गोविन्द चन्दोला, प्रेम पाठक, धीरज गड़िया, नागेंद्र मनवाल, संस्कार खैर, विशाल रावत, फिरोज खान, मोनीष खान, निक्कू, अज्जू, अंकित, राहुल, गौरव, दर्शन जोशी, छात्रसंघ अध्यक्ष राजा चौहान, बहादुर बिष्ट, महेश पंत, कमल कोहली, दीपक कोहली, प्रियांशु पाण्डेय, प्रकाश वाचमी, अमित, रमेश चंद्र, रंजीत कुमार, गणेश, संतोष, पंकज टम्टा आदि मौजूद थे।