सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
एक तरफ महंगाई और योजनाओं के नाम पर करोड़ों खर्च हो रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ जल संस्थान के पीटीसी मजदूरों को 06 महीनों से वेतन के लाले पड़े हैं। ऐसा मामला जिले के ब्लाक भैसियाछाना ब्लाक से सामने आया है। महीनों से वेतन नहीं मिलने से इन मजदूरों के समक्ष परिवार के भरण—पोषण का संकट पैदा हो गया है।
उत्तराखण्ड जल संस्थान पीटीसी मजदूर यूनियन की भैसियाछाना ब्लॉक इकाई की एक बैठक शिवराज सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें पीटीसी मजदूरों ने कहा कि उन्हें पिछले छः महीने से वेतन नहीं मिला, जिससे इस बढ़ती महंगाई के दौर में उनके सामने परिवार के भरण पोषण का संकट पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में अधिशासी अभियंता से वार्ता भी की गई, जिसमें तय हुआ कि प्रत्येक माह के पहले सप्ताह में पीटीसी मजदूरों का भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन आज तक ऐसा नहीं हो पाया और उनका आश्वासन धरा रह गया है और मजदूर वेतन का इंतजार करते रहे गए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जल संस्थान के पीटीसी मजदूर दो—तीन दशकों से कार्य करते आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें किसी अन्य परियोजना से जोड़ना अन्यायपूर्ण होगा। उन्होंने दो टूक चेतावनी दी कि यदि ऐसा हआ तो पीटीसी मजदूर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। बैठक में उमेश चंद्र, महेश चंद्र, जमुना दत्त, गंगा दत्त, बिशन दत्त, राजेंद्र सिंह, कुंवर सिंह, इंदर सिंह, गिरीश सिंह, पूरन भट्ट, शिवराज सिंह आदि शामिल थे।