सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर जिला पंचायत उपाध्यक्ष समेत नौ सदस्यों का धरना बदस्तूर जारी है। जिला पंचायत सदस्यों ने प्रशासन पर सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत में अनियमितता नहीं होने दी जाएगी। आंदोलनरत सदस्यों ने जिला पंचायत में 6 वर्ष पूर्व खरीदी गए वाहन की नीलामी पर सवाल खड़े किए है।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार के नेतृत्व में 9 जिला पंचायत सदस्यों का आंदोलन जारी है। आंदोलनरत सदस्यों ने जिला पंचायत में जमकर नारेबाजी की। धरनास्थल पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि गांवों के विकास को मिलने वाले धन की लूट मची है। सदस्यों के आंदोलन के बीच जिला पंचायत के लेखाकार गोविंद भौर्याल का इसी पद पर नैनीताल जिला पंचायत स्थानांतरण किया गया है, जबकि जिला पंचायत के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मनोज कर्मयाल का जलजीवन मिशन में अटैचमेंट कर दिया है। देहरादून में सम्बद्ध अपर मुख्य अधिकारी को भी बागेश्वर के लिए कार्यमुक्त किया जा चुका है।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने कहा कि बिना जिला पंचायत की बैठक में पास किये बैगेर 5 वर्ष पूर्व खरीदी गई इनोवा वाहन की नीलामी पर सवाल उठाते हुए कहा कि अध्यक्ष द्वारा सदस्यों को विश्वास में लिए बैगेर नीलामी की जा रही है। उन्होंने कहा अध्यक्ष द्वारा परिसम्पत्तियों को जोड़ने के बजाय उन्हें बेचना शुरू कर दिया। इस दौरान जिपंस हरीश ऐठानी, गोपा धपोला, पूजा आर्य,रूपा कोरंगा, रेखा देवी, इंद्रा परिहार, सुरेन्द्र खेतवाल मौजूद थे।
गुमराह कर रहे सदस्य—बंसती
इधर जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने कहा कि वाहन नीलामी की निविदा शासन द्वारा मिली अनुमति के अनुसार की गई है। उन्होंने कहा कि आंदोलित सदस्यों का काम विकास का नहीं बल्कि लोगों को गुमराह व भड़काने का है। उन्होंने कहा कि वह जो भी काम कर रही है। सब नियमानुसार कर रही है। उन्होंने कहा कि वह किसी के दवाब में आकर कार्य करने वाली नही है। जो भी कार्य होंगे सभी कार्य नियमानुसार होंगे।