—शासन—प्रशासन व आयोग से की शिकायत
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जनपद के कांडा क्षेत्र में प्रसव के बाद नवजात शिशु की मौत प्रकरण ने तूल पकड़ लिया है। सदमे से उबरे पिता ने अब 108 सेवा खराब होने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए इसके लिए स्वास्थ्य विभाग कांडा की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है और इसकी शिकायत अनुसूचित जाति आयोग से भी की है।
कांडे कन्याल निवासी ललित प्रसाद पुत्र जोगा राम ने आयोग के अध्यक्ष समेत प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पत्र भेजकर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की शिकायत की है। जिसमें कहा है कि उनकी पत्नी बीना को 21 फरवरी, 2022 को प्रसव पीड़ा हुई और उन्होंने आपातसेवा नंबर 108 पर काल की, तो एंबुलेंस खराब होने की बात बताई गई। इसके बाद वह अन्य वाहन से अपनी पत्नी को लेकर कांडा अस्पताल पहुंचे। जहां इमरजेंसी पर कोई तैनात नहीं मिला और कक्ष खाली था। इस पर प्रभारी चिकित्साधिकारी को फोन किया।
इसके बाद एक नर्स वहां आई और उसने प्रसव कराया, लेकिन जन्म के बाद बच्चा मां का दूध नहीं पी सका, तो उसे घर से मंगाकर दूध पिलाया गया और बच्चे को गर्म बिस्तर पर रखा। कुछ देर बाद ही नवजात शिशु की मौत हो गई। ललित प्रसाद ने इसके लिए कांडा चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि यहां पर प्रभारी चिकित्साधिकारी समेत कोई चिकित्सक नहीं रहते हैं। नर्स के भरोसे स्वास्थ्य सेवा छोड़ी है। उन्होंने आयोग समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से इस मामले की शिकायत करते हुए मामले की जांच करने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इधर मामले पर सीएमओ डा. सुनीता टम्टा को कहना है कि नवजात शिशु की मौत के कई कारण होते हैं। नवजात शिशु की मौत से में भी काफी व्यथित हूं। उन्होंने कहा कि इस गंभीर मामले की जांच कराई जाएगी।