- डीएम वंदना ने संबंधित अफसरों को सख्त लहजे में दी हिदायत
- बैठक में गैरहाजिर अफसरों को नोटिस, प्रतिकूल प्रविष्टि की संस्तुति
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
जिलाधिकारी वंदना ने गत मंगलवार को नवीन कलेक्ट्रेट में जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा के दौरान सर्वप्रथम बैठक में कुछ अधिकारियों की गैर हाजिरी पर डीएम ने संज्ञान लिया और अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने की भी संस्तुति की गई। साथ ही नोटिस का जवाब तीन दिनों के भीतर नहीं देने वाले अधिकारियों के खिलाफ प्रशासनिक आधार पर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के कार्यों में युद्ध स्तर पर अंजाम देने के निर्देश देते हुए सख्त लहजे में कहा कि इन कार्यों में शिथिलता व लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने फेस प्रथम तथा फेस द्वितीय के कार्यों की डीपीआर 31 अगस्त तक पूरा करते हुए पंद्रह सितंबर तक टेंडर प्रक्रिया पूर्ण करने तथा अग्रिम कार्यों को सितंबर माह में चालू करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि उन ग्रामों की सूची तैयार हो, जिन गांवों में कार्य करने में कोई आपत्ति तथा अवरोध उत्पन्न हो रहा है। साथ ही सूची तैयार कर उनके संज्ञान में लाई जाए, जिससे उसका निराकरण करने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जा सके।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अवरोध उत्पन्न होने वाले कारणों का पता करें, ग्रामीणों के साथ समय समय पर बैठक कर योजना से संबंधित सभी जानकारियों को साझा करें तथा कार्य संपन्न कराने के लिए रास्ता निकाले। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में प्राकृतिक स्रोतों की उपलब्धता के आधार पर लोगों द्वारा योजना का विरोध किया जा रहा है, वहां प्राकृतिक जलस्रोत की मानक अवधि के लिए जलापूर्ति बने रहने का भी परीक्षण करें तथा ग्रामीणों को इस बारे में अवगत कराएं। कार्यों के संचालन के लिए ठेकेदारों को कार्य तेजी से करने हेतु निर्देशित करें। उन्होंने कहा कि जिन कार्यों के लिए ठेकेदार उपलब्ध नहीं हो रहे हैं, वहां ठेकेदारों के लिए नए पंजीकरण किए जाए।
बैठक में डीएम ने सरकारी स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में जलापूर्ति के संयोजन की भी समीक्षा की तथा जल्द से जल्द सभी स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में जल संयोजन की कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि थर्ड पार्टी से किए जाने वाले परीक्षणों के लिए रोस्टर के अनुसार अधिकारी कार्यस्थल पर उपस्थित होना सुनिश्चित करें। यहां मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह, अधिशाषी अभियंता जल निगम समीर प्रताप सिंह, अधिशाषी अभियंता सिंचाई विभाग मोहन सिंह रावत, जिला कार्यक्रम अधिकारी पीतांबर प्रसाद, मुख्य शिक्षा अधिकारी सुभाष चंद्र भट्ट समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।