PWD की बड़ी लापरवाही, DM ने दिए जांच के आदेश
हल्द्वानी के देवलचौड़ चौराहे पर लोक निर्माण विभाग (PWD) की एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है। विभाग ने एक दिन पहले जिस सड़क का डामरीकरण किया था, उसे अगले ही दिन पानी की लाइन बिछाने के लिए बुलडोजर से खोद दिया गया। इस गंभीर मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी (DM) वंदना सिंह ने PWD के अधीक्षण अभियंता को तत्काल जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, देवलचौड़ चौराहे पर PWD ने रात के समय सड़क का डामरीकरण किया। लेकिन, अगली सुबह ही पेयजल लाइन बिछाने वाली कार्यदायी संस्था ने सड़क को खोदना शुरू कर दिया। सबसे बड़ी बात यह है कि इस कार्य के लिए कार्यदायी संस्था ने PWD से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) लिया हुआ था। इसके बावजूद, दोनों विभागों के बीच आपसी समन्वय की कमी साफ नजर आई, जिसके कारण सरकारी पैसे और संसाधनों का भारी नुकसान हुआ।
लापरवाही पर जिलाधिकारी ने लिया सख्त एक्शन
इस गंभीर चूक को अक्षम्य लापरवाही मानते हुए जिलाधिकारी वंदना ने तत्काल एक्शन लिया। उन्होंने PWD के अधीक्षण अभियंता को आदेश जारी करते हुए कहा कि इस लापरवाही के लिए विभाग सीधे तौर पर जिम्मेदार है।
जिलाधिकारी के प्रमुख निर्देश:
- जवाबदेही तय करें: संबंधित विभागीय अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाए।
- वेतन से कटौती: सड़क निर्माण पर हुए खर्च का भुगतान लापरवाह अधिकारी के वेतन से कटौती करके किया जाए।
- प्रतिकूल प्रविष्टि: संबंधित अधिकारी के सर्विस रिकॉर्ड में प्रतिकूल प्रविष्टि (Adverse Entry) दी जाए।
- सरकारी फंड का इस्तेमाल नहीं: अधीक्षण अभियंता ने डीएम को आश्वासन दिया है कि इस कार्य के लिए सरकारी खजाने से भुगतान नहीं होगा।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने अपने आदेश की प्रति सचिव लोक निर्माण विभाग और मुख्यमंत्री कार्यालय को भी भेजी है, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही को रोका जा सके। यह घटना सरकारी विभागों के बीच बेहतर तालमेल और जवाबदेही की आवश्यकता को उजागर करती है।

