देहरादून। हाल ही में विवादों में घिरी एक वेब सीरीज ताण्डव का पूरे देश में विरोध शुरू हो गया है। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के साथ पुलिस की छवि खराब किये जाने के कारण उत्तर प्रदेश पुलिस के द्वारा उक्त वेब सीरीज के निर्देशक, लेखक, निर्माता के साथ अमेज़न कम्पनी के जिन्मेदार लोगों के विरूद्ध विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दल को मुम्बई भेज दिया गया है। उत्तराखण्ड प्रदेश के युवा समाजसेवी पवन दूबे ने वेब सीरीज में महिला किरदारों के चरित्रचित्रण को जिस तरह दर्शाया गया है उस पर अपनी आपत्ति दर्ज करायी है। पवन ने कहा कि वेब सीरीज में विभिन्न एंगल हैं जिस पर विरोध किया जा रहा है, उसमें हिन्दू देवी – देवताओं का आपत्ति जनक भाषा के साथ प्रदर्शन, प्रधानमंत्री, पुलिस प्रशासन की छवि खराब करते दृश्य को लेकर पूरे देश में विरोध दर्ज हो चुका है। किन्तु महिला किरदारों को जिस तरह भोग विलास की सामग्री बना परोसा गया है, उसका विरोध कोई नहीं कर रहा है। पवन ने कहा कि महिला वर्ग को ताण्डव वेब सीरीज व इस प्रकार की अन्य वेब सीरीज में केवल भोग की सामग्री बना कर परोसा जा रहा है। यदि महिला किरदार को कुछ हासिल करना है तो वह पहले किसी के साथ हमबिस्तर होगी तभी हासिल करेगी। आज के समय में यह कल्चर बन गया है कि महिला को नग्न अश्लील दृश्यों के साथ परोसना, इस तरह के दृश्य प्रदर्शन से हमारे समाज के भीतर मेहनतकश लोगों को मानसिक रूप से चोट पहुँचती है। पवन ने कहा कि कहीं न कहीं आज अपराधिक घटनाओं को बढ़ावा देने के लिए एवं युवाओं को नकारात्मक भविष्य की ओर धकेलने के लिए इस प्रकार की वेब सीरीज भी जिम्मेदार हैं, कहा कि इन आपत्ति जनक दृश्यों के साथ वेब सीरीज का प्रदर्शन पूर्णत, प्रतिबन्धित होना चाहिए अन्यथा कोई भी अश्लील दृश्य स्क्रीन पर न दर्शाये जाने का नियम होना चाहिए।
पवन ने कहा कि वह भी ताण्डव व अन्य वेब सीरीज के निर्देशन सम्बन्धित गाइडलाईन में बदलाव करने हेतु गृहमंत्री को पत्र लिख अश्लील दृश्यों के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग करेंगे।
उत्तराखंड न्यूज: ताण्डव व इस तरह की सभी वेब सीरीज को पूर्णतः प्रतिबन्धित करने की जरूरत: पवन दूबे
देहरादून। हाल ही में विवादों में घिरी एक वेब सीरीज ताण्डव का पूरे देश में विरोध शुरू हो गया है। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने…