राष्ट्रपति चुनाव में 99 प्रतिशत से अधिक मतदान, गुरुवार को होगी मतगणना

नई दिल्ली। देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सोमवार को नई दिल्ली और विधानसभा वाले राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में 99 प्रतिशत…

नई दिल्ली। देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सोमवार को नई दिल्ली और विधानसभा वाले राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में 99 प्रतिशत से अधिक मतदान होने का अनुमान है। राज्यों से मतपेटियां कड़ी सुरक्षा के बीच आज रात दिल्ली पहुंचना शुरू हो जायेंगी और मतगणना 21 जुलाई को होगी।

राष्ट्रपति चुनाव में 99 प्रतिशत से अधिक मतदान

आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार नई दिल्ली में संसद भवन स्थित मतदान केन्द्र पर 98.91 प्रतिशत मतदान हुआ। राष्ट्रपति चुनाव 2022 के निर्वाचन अधिकारी एवं राज्य सभा के महासचिव के कार्यालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार संसद भवन के मतदान केन्द्र पर 727 सांसदों और नौ विधायकों सहित 736 लोगों को मत डालने का अधिकार था, इनमें से 728 ने वोट डाले। वोट डालने वालों में 719 सांसद और नौ विधायक थे। इस केन्द्र पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य नेता शामिल थे। मनमोहन सिंह व्हील चेयर पर वोट देने आये।

ग्यारह राज्यों और केन्द्र शासित पुड्डुचेरी में शत-प्रतिशत मतदान

निर्वाचन आयोग की शाम को जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि इस बार राष्ट्रपति चुनाव में कुल 4796 मतदाता थे, जिनमें से 99 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। ग्यारह राज्यों और केन्द्र शासित पुड्डुचेरी में शत-प्रतिशत मतदान हुआ। राष्ट्रपति चुनाव के लिए दिल्ली और पुड्डुचेरी समेत 30 जगहों पर मतदान कराया गया। इस चुनाव में राज्य सभा और लोकसभा के सदस्यों के अलावा राज्यों और विधानसभा वाले केन्द्रशासित प्रदेशों की विधानसभाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों को मताधिकार प्राप्त था। दो सदस्यों अनंत कुमार सिंह (बिहार) और महेन्द्र हरि दलवी (महाराष्ट्र) को अयोग्यता के कारण मताधिकार से वंचित रखा गया था। इसी तरह राज्य सभा में पांच स्थान तथा राज्य विधान सभा में छह स्थान रिक्त हैं।

दो विधायकों को दूसरे राज्यों के केन्द्र पर वोट डालने की छूट

चौवालिस सांसदों को अन्य राज्यों में, नौ विधायकों को संसद भवन मतदान केन्द्र पर और दो विधायकों को दूसरे राज्यों के केन्द्र पर वोट डालने की छूट दी गयी थी। निर्वाचन आयोग की विज्ञप्ति के अनुसार राज्यों से मतपेटियां और चुनाव सामग्री आज शाम से दिल्ली पहुंचनी शुरू हो जायेगी। इन्हें राज्यों के सहायक निर्वाचन अधिकारियों की निगरानी में लाया जा रहा है और पहली मतपेटी रात 10 बजे संसद भवन पहुंचने की संभावना है।

मतपेटियां सुरक्षा के साथ सड़क या वायु मार्ग से दिल्ली आयेंगी

मतपेटियां पूरी सुरक्षा के साथ सड़क या वायु मार्ग से दिल्ली आयेंगी और इन्हें संसद भवन के एक कक्ष में सुरक्षित रखा जायेगा। मतों की गणना 21 जुलाई को पूर्वाह्न 11 बजे संसद भवन के समिति कक्ष संख्या 63 में होगी। निर्वाचन आयोग की विज्ञप्ति में कहा गया है, “ प्राप्त हो रही रिपोर्टों के अनुसार मताधिकार प्राप्त 771 सांसदों (पांच रिक्तियां) और 4025 विधानसभा सदस्यों (छह रिक्तियां, दो अयोग्य) में से 99 प्रतिशत से अधिक ने आज अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

मतदान 10 बजे से शाम 5 बजे तक चला

आयोग ने बताया कि छत्तीसगढ़,गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, पुड्डुचेरी, सिक्किम और तमिलनाडु में विधानसभा सदस्यों ने शत-प्रतिशत मतदान में हिस्सा लिया। मतदान पूर्वाह्न 10 बजे से शाम 5 बजे तक चला।

मुर्मू को 62% से अधिक मत प्राप्त होने की संभावना

राष्ट्रपति पद के लिए सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से पूर्व राज्यपाल एवं आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष की ओर से पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा चुनाव मैदान में हैं। दोनों प्रत्याशियों के लिए पार्टियों के घोषित समर्थन के समीकरणों के अनुसार मुर्मू को 62 प्रतिशत से अधिक मत प्राप्त होने की संभावना है। उन्हें राजग के घटक दलों सहित कुल 27 दलों का समर्थन प्राप्त है।

राष्ट्रपति चुनाव में गुप्त मतपत्र के माध्यम से मतदान कराया जाता है और कोई दल अपने सदस्यों को वोट डालने के लिए व्हिप नहीं जारी कर सकता। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का पांच वर्ष का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।

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