सीएनई रिपोर्टर, रानीखेत/अल्मोड़ा
कुमाऊं में सहकारिता क्षेत्र की सबसे पुरानी को-ऑपरेटिव ड्रग फैक्ट्री में नवनिर्मित एनएबीएल (नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबोरेटरीज) माइक्रो बायोलाॅजिकल लैब का शुभारंभ हो गया है। अब लैब के खुलने से यहां सभी आयुर्वेदिक औषधियों की जांच हो सकेगी। अब जांच के लिए सैंपल बाहर भेजने की फजीहत नहीं करनी पड़ेगी और जांच में आने वाले खर्च की भी बचत होगी। लैब का उद्घाटन शनिवार को प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. धन सिंह रावत ने किया।
मंत्री ने इस मौके पर दवा फैक्ट्री में उत्पादित हो रहे निर्मित माल का निरीक्षण किया और कहा कि यहां पर निर्मित आयुर्वेदिक उत्पादों की अन्य जगह पर काफी मांग है। उन्होंने कहा कि यह फैक्ट्री हिमालयी क्षेत्र की आयुर्वेदिक दवाओं की निर्माण के साथ-साथ लोगों को रोजगार देने मेंं भी अहम् भूमिका निभा रहा है। मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा सहकारिता क्षेत्र को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है, ताकि आम लोगों को अधिकाधिक लाभ मिल सके। डा. रावत ने कहा कि सरकार द्वारा स्वयं सहायता समूह को 5-5 लाख रुपये का ऋण शून्य प्रतिशत पर देने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार पहली सरकार है, जो अपने किसानों को शून्य प्रतिशत पर ऋण दे रही है।
मंत्री ने यह भी कहा कि उच्च शिक्षा में सरकार द्वारा सभी महाविद्यालयों में शत—प्रतिशत प्राचार्य पद, फर्नीचर, किताबे, कम्प्यूटर, लैब, छात्रावास, भवन बनाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छात्रों को हर संभव सुविधायें मिलनी चाहिये। इसके लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जायेगी। कार्यक्रम में भाजपा के जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, को-ऑपरेटिव ड्रग फैक्ट्री श्रमिक संघ के अध्यक्ष मोहन नेगी, महामंत्री रानीखेत प्रेम शर्मा, भाजपा नगर अध्यक्ष राजेन्द्र जयसवाल, नरेन्द्र रौतेला, कैलाश पंत, दीप भगत, महेश नयाल, धन सिंह रावत, मदन सिंह मेहरा, दर्शन सिंह बिष्ट, मदन कुवार्बी, को-ऑपरेटिव ड्रग फैक्ट्री के प्रबन्धक जेएस पंवार, राजस्व उपनिरीक्षक गनियाद्योली प्रियंका जोशी सहित भाजपा के कई पदाधिकारी—कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे।