पौड़ी/CNE DESK | भाजपा नेता व पालिकाध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम ने बेटी की शादी के समस्त आयोजन स्थगित किए जाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि बेटी की विदाई भावुक क्षण होता है। मेरी बेटी की शादी एक मुस्लिम समुदाय के युवक से होने जा रही थी।
उन्होंने कहा कि बच्चों की खुशी व भविष्य को देखते हुए दोनों परिवारों ने शादी धूमधाम से किए जाने का निर्णय लिया था। जिसके परिपेक्ष्य में कार्ड छपवाए थे। लेकिन शादी का आमंत्रण कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शादी के पक्ष व विरोध में कई प्रकार की बाते सामने आई।
यशपाल बेनाम ने कहा सोशल मीडिया पर उपजे विवाद के बाद दोनों परिवारों ने आपसी सहमति से शादी समारोह के समस्त कार्यक्रम नहीं कराए जाने का निर्णय लिया है। कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते मैं नहीं चाहता था कि बेटी की शादी पुलिस व प्रशासन की सुरक्षा के साए में संपन्न हो। कहा मैं जनभावनाओं का सम्मान करता हूं। बेटी की शादी को लेकर भविष्य में परिवार, शुभ चिंतकों व वर पक्ष के साथ मिलकर निर्णय लिया जाएगा। आगे पढ़ें …
विस्तार से पढ़ें क्या हैं पूरा मामला
दरअसल, उत्तराखंड में बीजेपी नेता यशपाल बेनाम (Yashpal Benam) की बेटी मोनिका की शादी 28 मई को उत्तर प्रदेश में अमेठी के पुरेबाज गांव निवासी मुस्लिम युवक मोहम्मद मोनिस से होनी थी। शादी के लिए मेहमानों को न्यौता भेजा जा रहा है। इस बीच मोनिका और मोनिस की शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर ऐसा वायरल हुआ कि उत्तराखंड में एक हलचल सी मच गई।
सामान्य सा शादी का कार्ड था लेकिन कार्ड पर यशपाल बेनाम की बेटी मोनिका के दूल्हे मोहम्मद मोनिस का नाम देखकर हरकोई दंग रह गया और देखते ही देखते यह शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा।
फिर क्या मुस्लिम परिवार के मोनिस और हिंदू राजपूत परिवार की बेटी मोनिका की शादी का यह कार्ड लोगों को रास नहीं आ रहा था। और देखते ही देखते ट्वीटर से लेकर फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तरह-तरह की बयानबाजी और कमेंट आने शुरू हो गए। यहां तक कि लोग सोशल मीडिया पर इसे ‘लव जिहाद’ का नाम भी देने लगे थे। कुछ लोग तो इस कार्ड के जरिए भारतीय जनता पार्टी पर भी सवाल उठा रहे थे। असल में यशपाल बेनाम भाजपा से जुड़े हुए हैं। आगे पढ़ें …
हालांकि, कई बीजेपी (BJP) नेताओं ने भी उनके इस फैसले पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद यशपाल बेनाम की तीखी प्रतिक्रिया भी सामने आई थी। इस दौरान उन्होंने अपनी ही पार्टी के सदस्यों को फटकार लगाते हुए कहा कि “किसी को ये नहीं भूलना चाहिए कि ये 21वीं सदी है। हमारे बच्चों को अपने फैसले लेने का पूरा अधिकार है।”
आखिरकार, चर्चाओं का बाजार गर्म होने और तमाम विरोध के बाद भाजपा नेता व पालिकाध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम ने अपनी बेटी की शादी के समस्त आयोजन स्थगित किए जाने की घोषणा की है। जिसके बाद मामला शांत होता दिख रहा है।
उन्होंने कहा, ‘जैसा माहौल बनाया गया है, उसे देखते हुए वधू और वर पक्ष के परिवारों ने साथ बैठकर यह फैसला लिया है कि जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्हें पुलिस के साये में विवाह कार्यक्रम संपन्न करवाना शोभा नहीं देता। माहौल अनुकूल नहीं होने के कारण और जनता का ध्यान रखते हुए दोनों परिवारों ने तय किया है कि आगामी 26, 27 और 28 को होने वाले विवाह कार्यक्रम न किए जाएं।’ आगे पढ़ें …
यूनिवर्सिटी में मिले थे मोनिका और मोनिस
दरअसल, यशपाल बेनाम की बेटी मोनिका ने लखनऊ की यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। पढ़ाई के दौरान ही उसकी मुलाकात अमेठी के मोनिस से हुई थी, जिसके बाद दोनों ने शादी का फैसला लिया।
कौन हैं बीजेपी नेता यशपाल बेनाम
गौरतलब है कि बेनाम पहले कांग्रेस में थे और 2003 में पहली बार नगर पालिका पौड़ी के अध्यक्ष बने। वर्ष 2007 में कांग्रेस से टिकट न मिलने पर वह पौड़ी से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़े और विधायक बने। वर्ष 2013 में वह पुनः नगर पालिका अध्यक्ष बने और वर्तमान में वह भाजपा नेता के तौर पर तीसरी बार नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं।