✍️ गीता ने 12 और शोभा ने 10 हजार रुपये का नगद पुरस्कार पाया
✍️ कृषि व पशुपालन अपनाकर खोले हैं स्वरोजगार के द्वार
सीएनई रिपोर्टर, गरुड़: बागेश्वर जिले के गरुड़ ब्लाक अंतर्गत खुमटिया गांव की मंजू देवी कत्यूर घाटी की सर्वश्रेष्ठ किरसाण बनीं है। उन्होंने किरसाण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया। उन्हें सिमगड़ी के समाजसेवी हीरा सिंह ने 15 हजार रुपये नगद पुरस्कार पाया और उन्हें शॉल व थर्मस देकर सम्मानित किया गया।
किरसाण (सर्वाधिक मेहनतकश) प्रतियोगिता गत सोमवार को हुई। जिसमें मुख्य अतिथि दर्जा राज्यमंत्री शिव सिंह बिष्ट ने कहा कि आज पहाड़ की अधिकांश महिलाओं ने कृषि व पशुपालन को अपनाकर स्वरोजगार के द्वार खोले हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं ही पहाड़ की खेतीबाड़ी की रीढ़ हैं। लाहुर घाटी के जखेड़ा में आयोजित नौवें किरसाण महोत्सव में विशिष्ट अतिथि समाजसेवी भैरव नाथ टम्टा ने कहा कि आज मातृशक्ति ने प्रत्येक क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए हैं। किरसाण प्रतियोगिता में सलखन्यारी गांव की गीता देवी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। उन्हें सामाजिक कार्यकर्ता हरीश सिंह तुलेरा ने 12 हजार रुपये नगद, शॉल व थर्मस देकर सम्मानित किया। लमचूला गांव की शोभा आर्या ने तृतीय स्थान प्राप्त किया और उन्हें सुराग की पूर्व ग्राम प्रधान व प्रशासक चंपा ने 10 हजार रुपए नगद, शॉल व थर्मस प्रदान कर सम्मानित किया। इनके अलावा दर्जनों महिलाओं को सम्मानित किया गया।
हितैषी संस्था के सचिव डा. किशन राणा ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर लोकगायक गोविंद गिरी व किशन दानू के गीतों पर लोगों ने जमकर ठुमके लगाए। संचालन त्रिलोक बुटौला ने किया। इस दौरान बीडीओ रमेश सिंह बिष्ट, भाजपा के प्रदेश संगठन प्रभारी पुष्कर काला, भाजपा मंडल महामंत्री डीके जोशी, लाहुर घाटी विकास मंच के अध्यक्ष ईश्वर सिंह परिहार, भाजपा अनुसूचित जाति के कुमाऊ संयोजक जेसी आर्या, शोध निदेशक विपिन रावत, प्रो. बीएम पांडे, डा. हरपाल नेगी, सुंदर बरोलिया, लक्ष्मी दत्त पांडे, नरेश बिष्ट, आनंद सिंह कुंवर, प्रतिभा राणा, ग्राम प्रधान चंपा, हेमा परिहार, सरिता देवी, पदम राम, चंद्रशेखर पांडे समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे