Bageshwar: स्वयं करके सीखने की तरकीब ही शिक्षा रटने की प्रणाली से मुक्त होगी
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— डायट में गणितीय किटों की 04 दिनी लैब अभिमुखीकरण कार्यशाला शुरू
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर गणितीय किटों की चार दिवसीय लैब अभिमुखीकरण कार्यशाला प्रारंभ हो गई है। प्राचार्य शैलेंद्र धपोला ने कार्यशाला का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि टीएलएम स्वयं निर्माण और गतिविधि के माध्यम से सीखने से ही शिक्षा रटने की प्रणाली से मुक्त होगी। साथ ही स्वयं करके मिला ज्ञान अधिक स्थायी रह सकेगा।
मुख्य संदर्भदाता डा. बीडी पांडे ने कहा कि मूर्त रूप में टीएलएम के प्रयोग के माध्यम से बच्चों के बीच गणितीयकरण किए जाने भय दूर होगा। उनकी समझ विकसित होगी। कार्यशाला में भाग, नैपियर पट्टी के माध्यम से चुटकियों में गुणा, लसप, मस को खेल-खेल में सीखना, त्रिविमीय आकृतियों का निर्माण, क्षेत्रफल, अंकों की पहचान, संख्याओं का विस्तारित रूप, सम-विषम की पहचान, गुण, डोमीनोज संख्या, ताश के माध्यम से अंक की पहचान आदि माडलों का प्रस्तुतीकरण किया जा रहा है। इस दौरान डा. केएस रावत, डा. प्रेम सिंह मवाड़ी, डा. सीएम जोशी, डा. राजीव जोशी, संदीप कुमार जोशी, रवि कुमार जोशी, डा. दया सागर, डा. केपी चंदोला आदि उपस्थित थे।