‘पहरू’ के प्रबंध संपादक महेंद्र ठकुराठी द्वारा संपादित पुस्तक
उत्तराखंड की प्रतिभाशाली मुक्केबाज निकिता चंद को समर्पित
सीएनई रिपोर्टर, भीमताल
विद्यालयी बच्चों में अपनी दुदबोलि कुमाउनी के प्रति रुचि बढ़ाने के उद्देश्य से सैंतीस कुमाउनी कहानीकारों द्वारा लिखी गई कुमाउनी बाल कहानी संकलन ‘जुनकिड़ि’ का विमोचन भीमताल के एक संस्थान में किया गया। यह पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभाशाली मुक्केबाज निकिता चंद को समर्पित है।
अल्मोड़ा से प्रकाशित ‘पहरू’ कुमाउनी मासिक पत्रिका के प्रबंध संपादक महेन्द्र ठकुराठी द्वारा संपादित इस पुस्तक का विमोचन किताब कौतिक के दौरान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली के पूर्व प्रोफेसर डॉ. पुष्पेश पंत, प्रसिद्ध कुमाउनी लेखक हरिहर लोहुमी, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल से रिटायर्ड कुलपति डॉ. बहादुर सिंह बिष्ट और रिटायर्ड प्रोफेसर व नामी साहित्यकार डॉ. शेखर पाठक के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर प्रो. पुष्पेश पंत ने कहा कि पठन-पाठन की संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ कुमाउनी खान-पान और जीवनशैली को भी जीवित रखना अत्यंत आवश्यक है। डॉ. शेखर पाठक ने कहा कि पुस्तकें हमारे जीवनस्तर को उन्नत बनाने के साथ-साथ ये हमें सभ्य नागरिक बनने के लिए भी मददगार साबित होती हैं।
उल्लेखनीय है कि बच्चों के लिए नितांत उपयोगी यह पुस्तक एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल विजेता पिथौरागढ़ जिले के बड़ालू गांव की होनहार बालिका निकिता चंद को समर्पित की गई है। इसकी भूमिका नामी शिक्षाविद् डॉ. अशोक कुमार पंत द्वारा लिखी गई है।
अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसे प्राप्त करने का प्रयास करें खिलाड़ी : प्रेमा बिष्ट