सीएनई रिपोर्टर, नैनीताल
पर्यटन नगरी नैनीताल के एक होम स्टे में अपनी पत्नी की हत्या कर फरार हुए इमरान को नैनीताल पुलिस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। इस शातिर हत्यारे ने अपना नाम ऋषभ बता कर महिला को धोखे में रखते हुए उससे शादी की थी और बाद में हत्या कर दी।
ज्ञात रहे कि गत 14 अगस्त को नैनीताल घूमने दो जोड़े आये थे। एक ने अपना नाम ऋषभ बताया था, लेकिन उसका वास्तविक नाम इमरान था। दूसरा दोस्त भी एक महिला को लेकर आया था और उसने भी अपना नाम गलत बताया था। जिस कारण यह पूरा मामला लव जिहाद का निकल रहा है।
होरिजन होम्स एक्सटेंशन, गौतम बुद्धनगर निवासी दीक्षा मिश्रा ने इमरान व दो अन्य दोस्तों के साथ गत 15 अगस्त को अपना बर्थ डे मनाया था। इस दौरान शराब पार्टी भी चली। साथ में आए दोनों दोस्त रात को अलग—अलग कमरे में चले गए। इसी बीच रात को ऋषभ उर्फ इमरान दीक्षा की हत्या कर रात 2 बजे फरार हो गया। मामले में कोतवाली पुलिस ने दीक्षा के दोस्तों की तहरीर पर प्रेमी ऋषभ के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था और उसकी तलाश कर रही थी।
पुलिस का जानकारी मिली कि दीक्षा की हत्या करने के बाद इमरान नोएडा पहुंच गया था। जिसके बाद कोतवाली एसआई नितिन बहुगुणा की अगुवाई में एक टीम आरोपी की धरपकड़ को लेकर नोएडा को रवाना हो गई थी। आखिरकार देर शाम पुलिस ने उसे गाजियाबाद में उसे उस वक्त पकड़ लिया, जब वह कहीं फरार होने की तैयारी में था। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
दीक्षा की हत्या के बाद सबसे अहम जानकारी मृतका के भाई अंकुर मिश्रा से मिली थी। उसने पुलिस को बताया था कि वह कई बार खुद को ऋषभ बताने वाले हत्यारोपी इमरान से मिला था, मगर उसने हमेशा खुद का नाम ऋषभ तिवारी ही बताया था। आरोपी की फेसबुक आईडी भी ऋषभ तिवारी नाम से थी।
बताया जा रहा है कि दीक्षा रियल एस्टेट कंपनी में काम करती थी। वहीं, इमरान कबाड़ कारोबारी था। दीक्षा विवाहिता था, लेकिन उसकी अपने पति से नही बन रही थी। जिसका लाभ उठा ऋषभ उर्फ इमरान ने नाम बदलकर उसे अपने जाल में फंसाया। गाजियाबाद में गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे अब नैनीताल लेकर आ रही है। उम्मीद है कि पुलिस पूछताछ में कई अन्य नाम खुलेंगे।