देहरादून। अरसे तक अपने पिता के साथ काम करने के बाद कविलाज नेगी अपने पैरों पर खड़े हो गए हैं। उनका पहला सोलो गीत आज यू ट्यूब पर लांच कर दिया गया। गीत के बोल हैं ’मैंमा न पूछा’। कविलाज के प्रशंसकों के लिए यह किसी तोहफे से कम नहीं हैं। 4मिनट 54 सैकेंड का यह गीत पूरी तरह से कविलाज के कंधों पर ही टिका है। एक तो आवाज उनकी है दूसरा गीत की वीडियो में निर्देशन भी उनका ही है। हालांकि उनके जीवन का यह पहला सोलो गीत उनके पिता गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी ने रचा है और संगीत भी नरेंद्र नेगी का ही है। इसलिए सुनने से पहले आप आसानी से आश्वस्त हो सकते हैं कि गीत के बोल और संगीत में भरपूर मैलोडी होगी ही। हां यह गीत कविलाज का पहला गीत है तो उनकी बात की ही जानी चाहिए। कविलाज में प्रतिभा है यह अब तक छोटे पर्दे पर हम देखते ही आए है।
मैं देहरादून वाला हूं या ऐगे होरी में उनकी अभिनय दक्षता दिखी थी। देहरादून वाला में उन्होंने अपने पिता का बखूबी साथ भी दिया था, लेकिन यहां कविलाज पिता की आाज के साये से बहुत दूर हैं। उन्होंने गीत में लिखे गए शब्दों को अपनी आवाज से शरीर देने का प्रयास किया है। गीत मधुर बन पड़ा है। हां कविलाज से धमाचैकड़ी वाले गीत की उम्मीद लगाए बैठे लोग जरूर निराश होंगे। लेकिन नेगी द्वय ने इस गीत के माध्यम से किशोरवय वर्ग की नब्ज टटोलने की कोशिश की है।
इस रोमांटिक गीत को सुनकर एक बार नरेंद्र नेगी के पुराने प्रणय गीतों की याद आ ही जाएगी। गीत पर अभिनय किया है विवेक केष्टवाल और नताशा शाह ने। गाने की शुटिंग मैसमोर इंटर कालेज पौड़ी में की गई है। जिसकी छटा देखते ही बनती है। स्कूल के अध्यापक व बच्चों के चेहरे भी गात के बीच बीच में नजर आ ही जाते हैं। कुल मिलाकर यू ट्यूब पर गीत को पहले ही दिन दर्शकों का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। अब शाम को जब हम यह समीक्षा पूरी कर रहे हैं। गीत को एक हजार से ज्यादा लाइक और कुल 13 अनलाइक मिल चुके हैं।