सीएम साहब ! जरा समझें डायट डीएलएड प्रशिक्षितों का दर्द, नंगे पांव विस कूच

काली पट्टी बांधकर विरोध—प्रदर्शन आप प्रवक्ता उमा शिशोदिया भी चले साथ, दिया समर्थन सीएनई रिपोर्टर, देहरादून प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 को पूरी करने की अपनी…

  • काली पट्टी बांधकर विरोध—प्रदर्शन
  • आप प्रवक्ता उमा शिशोदिया भी चले साथ, दिया समर्थन
ताजा अपडेट यह है कि लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलित डायट प्रशिक्षितों को पुलिस प्रशासन ने गिरफ्तार कर लिया है

सीएनई रिपोर्टर, देहरादून

प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 को पूरी करने की अपनी मांग को लेकर निदेशालय में विगत 21 दिनों धरनारत डायट डीएलएड प्रशिक्षितों ने आज विधानसभा कूच किया।

प्रशिक्षितों हाथ में काली पट्टी बांधकर बन्नू इंटर कॉलेज से नंगे पैर चलकर विधानसभा अपने बैनर तले पूरे संख्याबल के साथ जोर—शोर से नारेबाजी करते हुए विधानसभा पहुंचे।

डायट संघ सचिव हिमांशु जोशी ने बताया कि हम डायट डीएलएड प्रशिक्षितों की प्राथमिक शिक्षक भर्ती कुछ तथाकथित संगठन के कारण उच्च न्यायालय में लंबित है। उनकी मांग है कि सरकार व विभाग इस पर त्वरित संज्ञान लेकर महाधिवक्ता से उच्च न्यायालय में डायट वादों की ठोस पैरवी करवाये ताकि भर्ती अति शीघ्र पूरी करें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित तब तक नहीं उठेंगे जब तक सरकार पक्ष से स्वयं संज्ञान लेने उनके पास नहीं पहुंचता।

विधानसभा रैली में आप पार्टी प्रदेश प्रवक्ता उमा शिशोदिया ने रैली में डायट प्रशिक्षितों के साथ चलकर अपना पूर्ण समर्थन दिया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कटु शब्दों में सरकार की आलोचना की और बोला कि शिक्षा जैसा मुद्दा सरकार की प्राथमिकता में होना चाहिए था परंतु ये सरकार की असफलता ही कही जाएगी कि तीन—तीन मुख्यमंत्री बदल जाने के उपरांत और 5 वर्ष बीत जाने के कारण भी डायट प्रशिक्षितों को नियुक्ति नहीं दी गयी। उन्होंने कहा कि दु:ख की बात तो यह है कि जो शिक्षक विद्यालयों में होने चाहिए थे वे सड़कों पर बैठने को विवश हैं।

प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रकाश दानू कहा कि आंदोलित युवा डायट से दो वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षित हैं, जिन्होंने दिसम्बर 2019 में अपना विभागीय प्रशिक्षण पूर्ण किया था। आज तक के इतिहास में कभी भी डायट से प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षित घर पर बेरोजगार नहीं बैठा अपितु प्रशिक्षण के 6 माह के उपरांत उन्हें नियुक्ति मिल जाती है, परंतु हमारा 2017-19 बैच ही अकेला बैच है जिसे 19 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी नियुक्ति नहीं मिल रही। ये पूरी तरह से सत्ता पक्ष की असफलता है कि उन्होंने शिक्षा जैसे प्राथमिक मुद्दों को प्राथमिकता से कोसो दूर रखा है।

प्रशिक्षित तनुजा नेगी ने बताया कि विगत 2 दिन पहले शिक्षा मंत्री जब नवोदय विद्यालय नन्नूरखेरा में आए थे तो डायट डीएलएड की महिला प्रशिक्षितों ने शिक्षा मंत्री को राखी बांधकर अपनी नियुक्ति की मांग की थी। तब शिक्षा मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया था कि 01 सितम्बर को होने वाली सुनवाई में सारे न्यायालयी प्रकरणों को पूरा करके सुनवाई पूरी करने का प्रयास करेंगे ताकि जल्द से जल्द प्राथमिक शिक्षक भर्ती को पूर्ण करके डायट डीएलएड प्रशिक्षितों को नियुक्त प्रदान की जा सके।

डायट डीएलएड प्रशिक्षितों की रैली का हुजूम पुलिस प्रशासन द्वारा विधानसभा से थोड़ी दूर पूर्व रोका गया। जहां पर डायट डीएलएड संगठन ने अपना ज्ञापन सरकार को सौंपा।


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