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Bageshwar: शिक्षा के साथ बच्चों का अपनी संस्कृति जुड़ना भी जरूरी—पाल

— महर्षि विद्या मंदिर बिलौना में वार्षिकोत्सव ‘‘गूंज’’ का डीएम ने किया शुभारंभ

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कहा कि बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ ही अपनी संस्कृति से भी जुड़ना होगा। तभी चारित्रिक व सामाजिक विकास होगा। डीएम पाल ने महर्षि विद्या मंदिर बिलौना में वार्षिकोत्सव ‘‘गूंज’’ का शुभारम्भ करते हुए यह बात कही।

डीएम ने कहा कि विद्यालयों में शिक्षा के साथ सांस्कृतिक गतिविधियां अति आवश्यक है, इससे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन मस्तिष्क का वास करता है। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे अपना लक्ष्य निर्धारित करते हुए कठोर परिश्रम करें। आज के दौर में सर्वांगीण विकास जरूरी है, इसलिए बच्चें रूची लेकर सभी गतिविधियों में बढ़चढकर प्रतिभाग करें। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुनीता टम्टा ने स्कूल हैल्थ की जानकारी देते हुए बच्चों से संतुलित आहार के साथ नियमित व्यायाम पर जोर दिया। प्रधानचार्य रेखा धामी ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए उनका बैज अलंकरण कर व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ बच्चों के सरस्वती वंदना से शुरू हुआ। इसके बाद बच्चों ने गढ़वाली, कुमाऊॅनी, पंजाबी, मराठी, बंगाली, हरियाणवी व हिंदी गीतों के साथ सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया और शास्त्रीय संगीत की भी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में मुख्य शिक्षा अधिकारी गजेंद्र सिंह सौन, कर्नल एनसीसी वीके उप्रेती, खण्ड शिक्षा अधिकारी कमलेश्वरी मेहता, रणजीत बोरा, दलीप सिंह खेतवाल, इन्द्र सिंह परिहार, शिक्षक नरेंद्र माजिला, रेखा गोस्वामी, कविता काण्डपाल, सावित्री धामी, मनीषा नेगी, राजेन्द्र प्रसाद, भूपेश पाण्डे, राधा, मदन मोहन काण्डपाल, पंकज कुमार, ममता सिंह, रवि कुमार पंत, पूनम चौबे, शीला भाकुनी आदि मौजूद थे।

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