सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
अपर जिलाधिकारी सीएस इमलाल ने कहा कि उद्योगों के विकास के लिए एकल खिड़की योजना संचालित है। जिसका लाभ उद्यमियों को मिल रहा है।समय की बचत हो रही है और एक छतरी के नीचे योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
गुरुवार को आयोजित उद्योग मित्र की बैठक में एडीएम ने उद्योग स्थापना और संचालन में आ रही परेशानी का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। उद्यमी और अधिकारियों के बीच समन्वय जरूरी है। औद्योगिक गतिविधियों को बढाना है। जनपद में लघु उद्योगों के साथ ही पर्यटन आधारित इंडस्ट्रीज की अपार संभावनाएं है। सड़क, विद्युत आधारभूत सुविधाओं के विकास पर बल दिया जाए। चैंबर के सदस्यों ने काष्ठ आधारित उद्योगों को सुचारू संचालित करने के लिए वन निगम का डिपो स्थापित करने की मांग की। कहा कि यह नितिगत मामला है। महाप्रबंधक उद्योग शासन को पत्र प्रेषित करेगे। महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल ने बताया कि मिनी औद्योगिक स्थान गरुड़ में छह शेड स्थापित है। वह जीर्ण-शीर्ण हालत में है।वर्तमान में दो औद्योगिक ईकाइयां स्थापित है। उत्पादन नहीं कर रही हैं। मरम्मत के लिए 111.01 लाख रुपये का आगणन प्रस्तुत किया गया है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार में वित्तीय वर्ष में 340 लक्ष्य के सापेक्ष 708 आवेदन पत्र विभिन्न बैंको को भेजे गए। 472 आवेदन पत्र स्वीकृत किए गए। 375 ऋण वितरित किया गया है। बैठक में चैंबर अध्यक्ष नरेंद्र खेतवाल, अमित अरोरा, थ्रीश कपूर, अनिल कार्की, हरीश सोनी, मनोज अरोड़ा, दलीप खेतवाल,चंद्रशेखर पांडे आदि मौजूद थे।