मृतका के परिजनों को 04 लाख देने के निर्देश, परिवार के एक सदस्य को मिलेगी नौकरी
सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी
गत दिनों कालीपुर गांव में हाथी के हमले में मारी गई महिला के परिजनों को शासन ने वन विभाग के माध्यम से 04 लाख की सहायता राशि देने तथा मृतक के परिवार के किसी एक व्यक्ति को वन प्रहरी के रूप में नियुक्ति देने के आदेश दिये हैं। आज रविवार को प्रभारी मंत्री ग्राम्य विकास यतीश्वरानंद ने मृतका के घर पहुंच कर यह निर्देश जारी किये।
जनपद प्रभारी मंत्री, ग्राम्य विकास एवं चीनी उद्योग यतीश्वरानन्द ने सरकार जनता के द्वार के तहत हाथी के हमले में मारी गई महिला के शोक संतप्त परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे। ज्ञात रहे कि गत 31 अक्टूबर को कालीपुर गांव गौलापार में नन्दी देवी उम्र 46 वर्ष पत्नी मदन सिह को हाथी ने कुचलकर मार दिया था। प्रभारी मंत्री ने परिजनों को सांत्वना दी ढांढस बंधाया।
मंत्री यतीश्वरानन्द ने प्रभागीय वनाधिकारी को 8 नवम्बर (सोमवार) को 04 लाख सहायता राशि देने के निर्देश दिये। उन्होंने डीएफओ को मृतक के परिवार से एक व्यक्ति को वन प्रहरी के रूप मे रखने के निर्देश भी दिये। क्षेत्र एवं ग्रामवासियों ने बताया कि बांस की बाड़ गांव के नजदीक लगाई गई है, जिससे आये दिन हाथी बांस खाने के लिए आबादी क्षेत्र मे आते रहते हैं। साथ ही बाघ व अन्य जानवर भी गांवों मे विचरण करते रहते हैं, जिससे क्षेत्र मे दहशत का माहौल बना हुआ है। उन्होने बांस की बाड़ गांव से दूर कराने अथवा बांस की छटाई कराने व सोलर फैंसिंग कराने की मांग की।
जिस पर मंत्री यतीश्वरानन्द ने डीएफओ को तुरन्त बांस की छंटाई कराने के साथ ही प्राथमिकता से गांव क्षेत्र मे सोलर फैंसिग लगाने के भी निर्देश दिये। उन्होने कहा कि गरीबों, असहायों की सहायता एवं समस्याओं के निराकरण करना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए सरकार हमेशा तत्पर है। उन्होंने कहा सरकार जनता के द्वार जाकर उनकी समस्याओं का समाधान करना हमार लक्ष्य है, सभी समस्याओं का प्राथमिकता से निदान किया जायेगा।
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इसके बाद सर्किट हाउस में गौलापार क्षेत्रवासियों ने आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त गौलापार नहर के मरम्मत की मांग रखी। गौलापार क्षेत्र के लोगों ने मंत्री से कहा कि आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त नहर से क्षेत्र के लगभग 45 गांवों के काश्तकारों की फसल सूख गई है। जिससे किसानों की आजीविका सिचाई नही होने से समाप्ति की ओर है। उन्होने गौलापार सिचाई नहर की शीघ्र मरम्मत कराने की मांग की। जिस पर मंत्री यतीश्वरानन्द ने उपजिलाधिकारी से कहा कि वे अधिशासी अभियन्ता सिचाई से वार्ता कर पांच दिनों के भीतर अस्थायी तौर पर नहर सुचारू की जाए ताकि किसानो की फसल को सूखे से बचा जा सके। उन्होने नहर के दीर्घकालीन आंगणन कर प्रस्ताव शीघ्र भेजने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री हेमन्त द्विवेदी, अनिल कपूर डब्बू, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, ध्रुव रौतेला, डॉ. जेड ए वारसी, प्रमोद तोलिया, प्रधान नीरज रैक्वाल, त्रिलोक सिह नौला, राजेन्द्र तिवारी, जगदीश गंगोला, मदन सिह, दीपू सम्भल आदि मौजूद थे।