प्रेरणादायी: उत्तरायण फाउंडेशन ने संवारी निराश्रित बच्चियों की जिंदगी

✍️ चौबीस बालिकाओं का पालन करने के साथ दी उच्च शिक्षा ✍️ प्रशिक्षण पूरा कर 03 को नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट में दी नौकरी सीएनई रिपोर्टर,…

उत्तरायण फाउंडेशन ने संवारा निराश्रित बच्चियों का जिंदगी


✍️ चौबीस बालिकाओं का पालन करने के साथ दी उच्च शिक्षा
✍️ प्रशिक्षण पूरा कर 03 को नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट में दी नौकरी

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: उत्तरायण फाउण्डेशन के समा​जसेवा की प्रेरणा देने के प्रयास रंग लाने लगे हैं। कोरोनाकाल में गोद लिये गए निराश्रित बच्चियों का महज पालन ही नहीं किया बल्कि उन्हें उच्च शिक्षा दिलाई। परिणामस्वरुप 24 में से 03 बालिकाओं को नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट में नौकरी का तोहफा दे दिया है। इस नेक कार्य में फाउंडेशन के प्रमुख एवं वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. ओपी यादव का बड़ा योगदान रहा है। बांकी बालिकाएं अभी शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। आगे पढ़िये…

उल्लेखनीय है कि कोविडकाल के दौरान वर्ष 2021 में उत्तरायण फाउण्डेशन ने कुछ निराश्रित बच्चों को ‘नई-उमंग’ के तहत गोद लिया था। वर्ष 2021 में अल्मोड़ा बालिका निकेतन की 9 बालिकाएं अमन संस्था और जिलाधिकारी वंदना सिंह के निर्देशन में एनएचआई गई। निकेतन की बालिकाओं के लिए किसी सपने से कम नहीं था। इसी दौरान प्रदेश सरकार ने वात्सल्य योजना शुरू की। वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ एवं फाउण्डेशन के प्रमुख डॉ. ओपी यादव की व्यक्तिगत पहल से इन बच्चों को उनकी अभिरुचि के अनुरूप चिकित्सा, उच्च शिक्षा, एनिमेशन आदि पाठयक्रमों में बड़े संस्थानों में प्रवेश दिलाया गया और उनके रहने, खाने और अन्य सुविधाओं के साथ व्यक्तित्व विकास खासकर अंग्रेजी सीखने के लिए विशेष प्रशिक्षक भी रखे। इस दौरान देश दुनिया की कई बड़ी हस्तियों को भी बच्चों से रुबरु कराया। आगे पढ़िये…

वर्ष 2021, 2023 व 2024 सहित तीन बैचों में वर्तमान में वहां 24 बालिकाएं उच्च शिक्षा अर्जित कर रही हैं। पहले बैच से बबीता आर्या, बबीता मेहता और सुनीता मेहता द्वारा एएनएम कोर्स पूरा करने पर नेशनल हार्ट इस्ट्टियूट ने उन्हें पहले नौकरी का ऑफर लैटर सौंपा है। हालांकि कोर्स पूरा होने पर इन बालिकाओं को कैंपस इंटरव्यू में भी रोजगार का अवसर मिला है, लेकिन इन बालिकाओं ने स्वयं एनएचआई को अपना घर बताया और यहीं सेवा करने की इच्छा जताई। प्रशिक्षणकाल में इन बलिकाओं को नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट में 15 हजार मासिक वेतन में पहली नौकरी मिली है। इसके साथ आवास और स्वास्थ्य सुविधाएं भी उन्हें नियमित मिलती रहेंगी। आगे पढ़िये…

फाण्डेशन के सचिव महिपाल पिलख्वाल ने बताया कि इन बच्चों ने अपने पहाड़ आकर सेवा करने की भी इच्छा जताई है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार से आग्रह किया है कि पहाड़ के इन निराश्रित बच्चों को सरकार रोजगार दे ताकि ये भी समाज में अपना योगदान सुनिश्चित कर अपने पैरों पर मजबूती से खड़े हो सकें। श्री पिलख्वाल ने बताया कि अल्मोड़ा जिला प्रशासन के सहयोग और एनएचआई की पहल से संस्था इन बच्चियों के भविष्य संवारने का काम कर सकी है। बाकी 21 बालिकाओं की शिक्षा व रोजगार को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। फाण्डेशन की इस उपलब्धि पर अमन संस्था से रघु तिवारी, नीलिमा भटट, पुष्कर सिंह, कल्याण मनकोटी, रमेश दानू, प्रमोद जोशी सहित प्रदेश के अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सराहना की है।

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