जहरीली गैस बनी मौत की वजह, पुलिस जांच में जुटी
CNE REPORTER, नैनीताल। एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां ठंड से बचने के लिए कार के भीतर कोयले की अंगीठी जलाना एक टैक्सी चालक को भारी पड़ गया। कोयले से निकली जहरीली गैस की चपेट में आने से चालक की मौत हो गई। यह हादसा आम जनता के लिए एक गंभीर चेतावनी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के सिरोहा निवासी मनीष गंधार 27 दिसंबर को टैक्सी वाहन संख्या UP 16 JT 8565 से नोएडा से पर्यटकों को लेकर नैनीताल पहुंचे थे। रात करीब 9 बजे उन्होंने सूखाताल पार्किंग में वाहन खड़ा किया और ठंड से बचने के लिए कार के भीतर कोयले की अंगीठी जलाकर कंबल ओढ़कर सो गए।
देर तक नहीं उठा चालक
28 दिसंबर की दोपहर तक जब चालक नहीं उठा तो पार्किंग कर्मियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी प्रयास के बाद वाहन का शीशा तोड़कर चालक को बाहर निकाला। उसे तत्काल बीडी पांडे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसपी ट्रैफिक एवं क्राइम नैनीताल डॉ. जगदीश चंद्रा ने बताया कि मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। प्रथम दृष्टया मौत का कारण अंगीठी से निकली गैस माना जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के स्पष्ट कारणों की पुष्टि होगी।
⚠️ अंगीठी से होने वाली मौतें: कैसे बनती है गैस जानलेवा?
सर्दियों में कोयले या लकड़ी की अंगीठी का इस्तेमाल आम है, लेकिन बंद कमरे या वाहन में इसे जलाना बेहद खतरनाक हो सकता है। ऐसी स्थिति में कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) गैस बनती है, जो रंगहीन, गंधहीन और स्वादहीन होती है।
यह गैस खून में हीमोग्लोबिन से जुड़कर शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति रोक देती है, जिससे व्यक्ति को बिना एहसास हुए बेहोशी आ जाती है और जान चली जाती है।
कार्बन मोनोऑक्साइड गैस के शुरुआती लक्षण
- सिरदर्द
- चक्कर आना
- उल्टी या मतली
- कमजोरी
- सांस लेने में तकलीफ
🛑 बचाव के जरूरी उपाय
- कभी भी बंद कमरे या वाहन में अंगीठी न जलाएं
- सर्दी से बचाव के लिए सुरक्षित हीटर या गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें
- वाहनों में सोते समय वेंटिलेशन का पूरा ध्यान रखें
- गैस से जुड़ी किसी भी परेशानी पर तुरंत बाहर निकलें और मदद लें
यह घटना उन सभी लोगों के लिए चेतावनी है जो ठंड में अंगीठी या कोयले का इस्तेमाल बंद जगहों में करते हैं। थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।

