हल्द्वानी | उत्तराखण्ड उच्च शिक्षा विभाग तथा भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII) अहमदाबाद के बीच हुए एमओयू (समझौता पत्र) के तहत विद्यार्थियों में स्वरोजगार के रूप में उद्यमिता को अपनाने के लिए राजकीय संस्थानों / महाविद्यालयों के प्राध्यापकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। महाविद्यालयों में इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए देवभूमि उद्यमिता केन्द्रों की स्थापना की गयी है।
इस योजना के तहत एम.बी. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय से प्रो. टी.सी. पाण्डेय, डॉ. सविता भण्डारी और डॉ. तनुजा मेलकानी को प्रशिक्षण दिया गया। वह अहमदाबाद से प्रशिक्षण लेकर वापस महाविद्यालय आ गए हैं। इस कार्यक्रम द्वारा महाविद्यालय के विद्यार्थियों को सरकारी रोजगार के विकल्प के रूप उद्यमिता अपनाने के लिए प्रेरित किया जायेगा। सूच्य है कि राज्य सरकार द्वारा शीध्र ही उद्यमिता को पाठ्यक्रम के रूप में मान्यता प्रदान की जायेगी। एम.बी. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्द्वानी में विगत वर्ष भी बूट कैम्प आयोजित किया गया था। इस वर्ष भी विद्यार्थियों के लिए कई कार्यक्रम प्रस्तावित किये गये हैं। रुचि प्रदर्शित करने वाले विद्यार्थियों को हर प्रकार की विशेषज्ञ सहायता की सीड फण्ड दिये जाने का प्रावधान है।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एन.एस. बनकोटी ने अपील की है कि सभी विद्यार्थी इस पाठ्यक्रम हेतु अपना रजिस्ट्रेशन करवायें तथा कार्यक्रम का लाभ उठायें। उन्होंने इस कार्यक्रम को एक गेम चेंजर कार्यक्रम बताया। शीघ्र ही समस्त प्राध्यापकों को भी इस कार्यक्रम की जानकरी दी जायेगी जिससे वे अपने शिक्षण कक्षाओं में विद्यार्थियों को प्रेरित कर सकेंगे। आगामी वर्ष में भी अन्य प्राध्यापकों को प्रशिक्षित करवाया जायेगा।