अल्मोड़ा। गत 01 जुलाई को फलसीमा में मुखिया नर गुलदार के वन विभाग के पिंजड़े में कैद होने के बाद भी दहशत का अंत नही हुआ है। नगर के विभिन्न इलाकों में अब भी गुलदारों की आवाजाही हो रही है। अपनी रिपोर्ट में सीएनई ने आगह किया था कि नर गुलदार के पकड़े जाने के बाद उसकी मादाएं आक्रमक हो सकती हैं। सम्भवत: वही स्थिति पैदा हो गई है। वन विभाग के अधिकारियों ने भी साफ किया था कि फलसीमा में कैद गुलदार एक पूर्ण विकसित नर है और उसके कैद होने के बाद उसकी मादा के आक्रमक होने का अंदेशा है। आज शाम करीब 7 बजे पांडेखोला क्षेत्र में एक गुलदार मानवीय आबादी के नजदीक घूमता मिला। जिसने पूरे इलाके में इस कदर दहशत मचा दी है कि तमाम लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और गुलदार को पकड़ने के लिए सर्च आपरेशन चलाया। सभासद व सामाजिक कार्यकता अमित साह मोनू ने बताया कि आज पांडेखोला के एकांत होटल के नीचे गुलदार दिखाई दिया। जिस पर उन्होंने रेंजन संचिता वर्मा को सूचित किया और उन्होंने वन विभाग से हरीश बिष्ट को टीम सहित भेजा। इधर वन विभाग ने स्थानीय नागरिकों को इस गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाने का आश्वासन दिया है।
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