नई दिल्ली। सरकार ने ‘हील इन इंडिया, हील बाई इंडिया’ के सपने को पूरा करने और गुणवत्तापूर्ण आयुष सेवाओं को आम जनता तक पहुंचाने के लिए पांच आयुर्वेद संस्थानों को प्रवेश स्तर के नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (एनएबीएच) प्रमाण पत्र प्रदान किये हैं।
आयुष मंत्रालय ने शुक्रवार को यहां बताया कि आयुष सचिव पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा ने पांच आयुर्वेद संस्थानों पेरुम्बयिल आयुर्वेदमना अस्पताल, त्रिशूर (केरल), आरोग्य हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड, चेन्नई (तमिलनाडु), प्रेमस्वरूप स्वामी आयुर्वेदिक मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, गांधीनगर (गुजरात), ब्रह्म आयुर्वेद मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, नाडियाड (गुजरात) और सुश्रुत आयुर्वेद अस्पताल, पुत्तूर (कर्नाटक) को प्रवेश स्तर के एनएबीएच प्रमाण पत्र प्रदान किए हैं।
एनएबीएच भारतीय गुणवत्ता परिषद का एक घटक बोर्ड है, जिसे स्वास्थ्य सेवा संगठनों के लिए मान्यता कार्यक्रम स्थापित करने और संचालित करने के लिए स्थापित किया गया है। इस अवसर पर एनएबीएच के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अतुल मोहन कोचर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
कोटेचा ने कहा कि यह कार्यक्रम हमारे देश के सभी आयुर्वेद अस्पतालों और संस्थानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। देश भर के आयुष डॉक्टरों को इसका लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह प्रमाणन गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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