अंकित चौहान हत्याकांड का खुलासा, सांप से कटवाकर गर्लफ्रेंड ने की हत्या

Haldwani News | हल्द्वानी से बड़ी खबर सामने आ रही हैं, पुलिस ने तीनपानी क्षेत्र में मिले व्यापारी अंकित चौहान का शव मामले में बड़ा…

अंकित चौहान हत्याकांड का खुलासा, सांप से कटवाकर गर्लफ्रेंड ने की हत्या

Haldwani News | हल्द्वानी से बड़ी खबर सामने आ रही हैं, पुलिस ने तीनपानी क्षेत्र में मिले व्यापारी अंकित चौहान का शव मामले में बड़ा खुलासा कर दिया है। मामला हत्या का निकला। हत्या का पूरा खेल अंकित चौहान की गर्लफ्रेंड माही ने रचा था।

एसएसपी पंकज भट्ट ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या में एक लड़की डॉली उर्फ माही समेत पांच लोग शामिल है। जिन्होंने सांप से कटवाकर अंकित चौहान की हत्या कर दी।

घटना में शामिल सपेरे रमेश नाथ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि मास्टरमाइंड माही समेत 4 लोग अब भी फरार चल रहे है, जिनकी धरपकड़ के लिए पुलिस दबिश दे रही है। माही के मृतक अंकित चौहान से लंबे समय से सम्बंध थे।

यह उत्तराखंड का पहला मामला बताया जा रहा है, जिसमें एक कारोबारी की सांप से कटवाकर हत्या कर दी गई है। 31 वर्षीय अंकित चौहान हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल के छठ पूजा स्थल के पास स्थित रामबाग कॉलोनी का वह रहने वाला था।

माही अपने जीवन में अंकित के दखल से खफा थी और इसी वजह से उसने अंकित को रास्ते से हटाने की साजिश रची। इस साजिश में उसने एक सपेरे, एक दोस्त और नौकर-नौकरानी को शामिल किया था। सपेरा तो पुलिस की गिरफ्त में आ गया, लेकिन माही समेत अन्य आरोपी फरार हो गए।

बता दें कि, रामबाग कॉलोनी रामपुर रोड निवासी अंकित चौहान पुत्र स्व. धर्मपाल सिंह चौहान 15 जुलाई शनिवार की सुबह तीनपानी रेलवे क्रासिंग के पास अपनी ही कार की पिछली सीट पर लाश मिली थी। व्यवसायी अंकित की मौत के पीछे पहले कार की एसी से निकलने वाली कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस को वजह माना जा रहा था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकित के दोनों पैरों पर सांप के डसने की बात सामने आई तो कहानी उलट गई।

हत्या की बात तब और पुख्ता हो गई, जब पुलिस ने तीनपानी में लगे सीसीटीवी में अंकित की कार के पास एक और कार को खड़ा देखा। पुलिस बहुउद्देशीय भवन में मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि अंकित के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई तो बरेली रोड गोरापड़ाव में रहने वाली माही का नाम सामने आया।

अंकित की बहन ईशा चौहान पहले ही माही और दीप कांडपाल के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट हल्द्वानी कोतवाली में दर्ज करा चुकी थी। माही की कॉल डिटेल से भोजीपुरा बरेली के रहने वाले सपेरे रमेश नाथ और हल्दूचौड़ के रहने वाले दीप कांडपाल का नंबर सामने आया। सपेरे का नाम सामने आते ही हत्या की तस्वीर साफ होने लगी।

तलाश में जुटी पुलिस ने सपेरे रमेश नाथ को गिरफ्तार किया तो सारा मामला खुल गया। उसने बताया कि अंकित की हत्या माही के घर में की गई। जिसमें माही के साथ खुद सपेरा, माही का कथित ब्वॉयफ्रेंड दीप कांडपाल, नौकर रामऔतार और रामऔतार की पत्नी शामिल थी। सपेरे के अलावा अन्य चारों फरार हो चुके हैं। सपेरे के मुताबिक सभी नेपाल में छिपे हैं।

घटना में सपेरे रमेश को शामिल करने के लिए माही ने पहले उसे गुरू बनाया और फिर नजदीकी बढ़ाकर उसे अपने घर ले आई। माही उसके साथ दो बार हमबिस्तर हुई और कत्ल को मुकम्मल अंजाम तक पहुंचाने के लिए 10 हजार रुपये भी दिए। पुलिस ने न सिर्फ सपेरे को गिरफ्तार किया बल्कि उसका मोबाइल और कत्ल के लिए दिए गए 10 हजार रुपये भी बरामद कर लिए हैं।

इससे पहले दोपहर 3 बजे ही सपेरा कोबरा सांप लेकर माही के घर पहुंच चुका था। माही ने सपेरे और नौकर-नौकरानी को मंदिर के कमरे में छिपा दिया था। जिसके बाद रात कथित ब्वॉयफ्रैंड दीप कांडपाल स्कूटी से माही के घर पहुंचा। योजना के तहत नशीली गोली खिलाकर अंकित को बेहोश कर दिया गया।

जिसके बाद उसे बेड पर उल्टा लिटाया गया। होश में आकर अंकित विरोध न करने लगे तो सांप से डसवाने से पहले एक ने उसके हाथ, दो ने उसके पैर पकड़े और चौथा अंकित की पीठ पर लद गया। जिसके बाद सपेरे रमेश ने कोबरा से अंकित के एक पैर में डसवाया, लेकिन वह जिंदा न रह जाए तो दूसरे पैर में भी ठीक उसी स्थान पर डसवाया गया। यहीं हत्यारों से चूक हो गई और उन्होंने पुलिस के लिए एक अहम सुराग छोड़ दिया।

सिलसिलेवार पढ़ें घटनाक्रम का विवरण –

15 जुलाई को तीनपानी गोलापास रोड़ पर एक कार के अन्दर संदिग्ध अवस्था में एक व्यक्ति के होने की सूचना प्राप्त होने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच प्रारंभ की तो उक्त स्थान पर वाहन स.- यूके 04 क्यू-1574 नीले रंग की पोलो कार जिसका ईंजन व एसी स्टार्ट दशा में था जिसकी पिछली सीट पर एक व्यक्ति अचेत अवस्था में पड़ा था जिसकी शिनाख्त अंकित चौहान पुत्र धर्मपाल चौहान निवासी म.न. बी -11 रामबाग कॉलोनी रामपुर रोड़ हल्द्वानी के रुप में हुई। जिसे अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

मौके पर प्रथम दृष्टया मृतक के शरीर में कोई चोट आदि के निशान नहीं थे जिससे उक्त व्यवसायी की मृत्यु स्पष्ट नहीं हो पा रही थी। 17 जुलाई को वादिनी ईशा चौहान की तहरीर के आधार पर कोतवाली हल्द्वानी पर मुकदमा अपराध संख्या 369/23धारा 302 भादवी पंजीकृत कर विवेचना प्रभारी निरीक्षक हरेंद्र चौधरी के सुपुर्द की गई।

मृतक अंकित की पोस्टमार्टम पंचायतनामा की कार्यवाही में बारीकी से निरीक्षण करने पर पाया गया कि उसके दोनों पैरों के पिछले हिस्से में दो बार सांप के काटने के सर्पदंश के निशान थे पोस्टमार्टम में डॉक्टर ने भी सर्पदंश की पुष्टि की गयी। जिससे अंकित की मृत्यु का कारण संदेहास्पद प्रतीत होने पर पंकज भट्ट एसएसपी नैनीताल द्वारा तत्काल अधीनस्थों के साथ मीटिंग कर घटना के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा करते हुए एवं पोस्टमार्टमकर्ता चिकित्सकों से मृत्यु के कारणों के सम्बन्ध में जानकारी करने के उपरान्त घटना के समस्त पहलुओं की गहनता से जांच करने हेतु अधीनस्थों को निर्देश दिये गये।

एसएसपी पंकज भट्ट ने हरबन्स सिंह एसपी सिटी हल्द्वानी, भूपेन्द्र सिंह धौनी क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी के परिवेक्षण में अंकित की मृत्यु के संबन्ध में घटनास्थल व उसके आस पास सीसीटीवी कैमरो का अवलोकन करने, मोबाइल सर्विलांस सैल डाटा डम्प करने, घटनास्थल एवं मृतक की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने एवं क्षेत्र में पतारसी सुरागरसी करने हेतु तत्काल 04 टीमों का गठन किया गया एंव स्वंय जांच का निकट पर्यवेक्षण किया गया।

गठित पुलिस टीमों ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरो का गहनता से अवलोकन किया गया मोबाइल सर्विलांस टीम ने मृतक के कॉल डिटेल की संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर मृत्यु से पूर्व अंकित के सम्पर्क में आये व्यक्तियो का डाटा तैयार किया। पूछताछ टीम ने मृतक के दोस्तों रिश्तेदारों व आस पड़ोस में पूछताछ की। समस्त टीमों द्वारा किये गये प्रयासों से एवं घटनास्थल से पूर्व वाहन के उक्त स्थल पर पहुंचने तक के समस्त रूटों का सीसीटीवी से रूट मैप तैयार करने एवं पारम्परिक पुलिसिंग के माध्यम से एकत्र की गयी सूचनाओं के आधार पर यह तथ्य संज्ञान में आये कि मृतक का किसी महिला के साथ सम्बन्ध था एंव उक्त महिला एंव उसके साथी अंकित को काफी समय से ब्लैकमेल कर रहे थे। इसी तथ्य पर जांच को केन्द्रित करते हुए समस्त टीमों द्वारा जाँच की गयी तो यह तथ्य संज्ञान में आये कि मृतक अंकित चौहान का माही नाम कि एक महिला के साथ मित्रता थी एंव घटना की तिथि में अंतिम समय वह माही के घर के लिए निकला था एंव अगले दिन उसका शव कार से बरामद हुआ। अंकित एवं माही तथा अन्य संदिग्धों की कॉल डिटेल का अवलोकन करने पर कुछ संदिग्ध नम्बरों की डिटेल निकालकर उनकी तलाश जारी रखी गयी तो इसी क्रम में घटना कि तिथि को लगातार माही के सम्पर्क में रहे एक संदिग्ध नम्बर जो कि रमेश नाथ के नाम से था जिसके सम्बन्ध में जानकारी करने पर यह ज्ञात हुआ कि उक्त व्यक्ति हल्द्वानी में किराये पर रहता था जो कि सपेरा है एवं सांप पकड़ने का कार्य करता है शक होने पर आज 18 जुलाई को उक्त व्यक्ति को हल्द्वानी से पकड़ा गया एवं सख्ती से पूछताछ की गयी तो उसके द्वारा हत्या कि साजिश का निम्न प्रकार खुलासा किया गया।

हत्या का तरीका बिल्कुल नया

सपेरा रमेश नाथ ने बताया कि वह हल्द्वानी में मानपुर पश्चिम में निवास करता है एवं घर-घर जाकर मांगने खाने एवं सांप पकड़ने का कार्य करता है। लगभग 7-8 माह पूर्व हल्द्वानी के एक व्यक्ति द्वारा मुझे माही से मिलवाया गया था एवं मुझे यह कहा था कि इस पर कालसर्प योग है तो पूजा हेतु एक नाग आपको पकड़कर लाना है। इसके कुछ समय बाद मेरा माही के घर आना जाना हो गया था। माही के घर पर ही अक्सर अंकित चौहान, दीप काण्डपाल एवं उसकी नौकरानी तथा नौकरानी का पति रामऔतार आते रहते थे। लगभग 20-25 दिन पहले हम सभी लोग माही के घर में थे तो माही एवं दीप काण्डपाल ने मुझसे कहा कि अंकित चौहान ने माही का जीना हराम कर दिया है वह कभी भी माही के घर पर आ जाता है और शराब पीकर इसके साथ काफी मारपीट करता है और दीप ने कहा कि माही अब मुझसे प्यार करती है लेकिन यह अंकित चौहान पीछा नहीं छोड़ रहा है, अब इसको निपटाना ही पड़ेगा, फिर इन्होनें मुझसे कहा कि अगर हम इसे ऐसे मारते हैं तो पुलिस हम पर शक करेगी इसलिए तुम एक जहरीला सांप पकड़कर ले आना हम अंकित चौहान को किसी बहाने से माही के घर बुलाकर उसे नींद की गोलियां देकर बेहोश कर देंगे और तुम सांप से उसे कटवा देना जिससे उसकी मृत्यु सामान्य सर्पदंश की घटना लगे इस काम के हम तुम्हें दस हजार रूपये भी देंगें और माही तथा दीप काण्डपाल ने माही की नौकरानी तथा उसके पति रामऔतार को भी दस-दस हजार रूपये देने की बात कही थी। मैं इन सबकी बात सुनकर हत्या की साजिश में शामिल हो गया और फिर मैंने 15-20 दिन पहले जंगल से एक जहरीला नाग पकड़ कर अपने पास रख लिया और यह बात माही एवं उसके साथियों को बता दी तो उन्होंने कहा तुम सांप अपने पास रखे रहो जैसे ही हमें मौका मिलेगा हम अंकित को घर बुला लेंगे। फिर 8 जुलाई को माही ने मुझे अपने घर पर सांप लेकर बुलाया और कहा कि आज अंकित का जन्मदिन है वह यहां आयेगा तुम घर में ही छुप जाओ मौका देखकर मैं तुम्हें बुला लूँगी।

उस दिन अंकित चौहान घर पर आया और रामऔतार तथा उसकी बीवी भी माही के घर पर आ गये फिर ये सब लोग खाना पीना खाकर शराब पीकर रात भर नाचते रहे जब काफी देर तक अंकित चौहान सोया नहीं तो माही ने मुझसे कहा कि आज मौका नहीं है मैं किसी और दिन का प्लान करती हूँ। 14 जुलाई को दिन में माही ने मुझे फिर से सांप लेकर अपने घर पर बुला लिया और माही के घर पर माही के साथ दीप काण्डपाल, रामऔतार एंव उसकी पत्नी भी मौजूद थी। फिर माही ने सबको समझाया कि तुम सब लोग अन्दर मन्दिर वाले कमरे में छुप जाओ जब अंकित चौहान घर पर आयेगा तो मैं उसे आज नींद की गोलियाँ बहाने से पिला दूँगी फिर तुम्हें बुला दूँगी। रात लगभग 08 बजे माही ने दीप काण्डपाल, रामऔतार और उसकी बीवी को बुला और फिर कुछ देर बाद मुझे भी आवाज देकर बुलाया मैं अपने साथ एक टोकरी में नाग लेकर जब माही के कमरे में पहुँचा तो मैंने देखा कि इन चारों ने कम्बल डालकर अंकित को बेड पर पेट के बल लिटा रखा था और सब लोग अंकित को दबाये हुए थे फिर इन्होंने मुझसे कहा कि इसके पैरों में सांप से डसवा दो फिर इनके कहने पर मैंने योजना के अनुसार अंकित के पैर पर सांप से डसवाया जब कुछ देर तक भी अंकित के शरीर में हरकत होती रही तो इन्होंने कहा कि शायद जहर का असर नहीं हुआ है फिर मैंने दोबारा अंकित के पैर में सांप से डसवाया और ये लोग अंकित के मरने तक उसको दबाये रहे।

फिर कुछ देर बाद जब अंकित मर गया तो उसके शव को उसकी कार में रखकर पहले उसे भुजियाघाट से नीचे खाई में फैंकने के लिए लेकर गये थे लेकिन सम्भव ना होने पर उसके शव को उसकी कार में ही गौला बाईपास रोड पर तीनपानी के पास छोड़कर भाग गये थे। माही ने पहले से ही दिल्ली से टैक्सी कार मंगा रखी थी जिससे हम सभी लोग हल्द्वानी से भाग गये। भागते समय रास्ते में जंगल में मेरे द्वारा सांप को छोड़ दिया गया था। माही ने रास्ते में मुझे हत्या में सहयोग करने के लिए शर्तानुसार दस हजार रूपये दिये थे फिर मैं अपने गांव जाकर हल्द्वानी आया ही था कि आपने मुझे पकड़ लिया।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम- रमेश नाथ पुत्र भजन नाथ निवासी ग्राम अदकटा थाना भोजीपुरा बरेली हाल निवासी मानपुर पश्चिम हल्द्वानी जनपद नैनीताल।

फरार अभियुक्त –

1- माही उर्फ डौली आर्या पुत्री श्री इन्द्रलाल निवासी शान्तिविहार कालौनी गौरापड़ाव हल्द्वानी नैनीताल।
2- दीप काण्डपाल निवासी हल्दूचौड़ थाना लालकुँआ जनपद नैनीताल
3- रामऔतार पुत्र लालाराम निवासी गाँव हैदरगंज पीलीभीत यूपी।
4- ऊषा देवी पत्नी रामऔतार निवासी उपरोक्त।

पुलिस टीम

1- हरेन्द्र चौधरी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली हल्द्वानी।
2- व.उ.नि. विजय मेहता कोतवाली हल्द्वानी।
3- व.उ.नि. महेन्द्र प्रसाद कोतवाली हल्द्वानी।
4- नन्दन सिंह रावत थानाध्यक्ष कालाढूंगी।
5- नीरज भाकुनी थानाध्यक्ष वनभूलपूरा।
6- प्रमोद पाठक थानाध्यक्ष काठगोदाम।
7- उ.नि. जगदीप सिंह नेगी चौकी प्रभारी मंगल पड़ाव।
8- उ.नि. गुलाब सिंह चौकी प्रभारी मण्डी।
9- उ.नि. दिनेश चन्द्र जोशी चौकी प्रभारी राजपुरा।
10- एएसआई लखविन्दर सिंह ।
11- हे.का. इसरार नबी, सीसीटीवी।
12- कानि. 02 अरुण राठौर चौकी मण्डी।
13- कानि. वंशीधर जोशी कोतवाली हल्द्वानी।
14- कानि. प्रदीप सिंह कोतवाली हल्द्वानी।
15- कानि. घनश्याम रौतेला कोतवाली हल्द्वानी।
16- कानि. भगवान सैलाल कोतवाली हल्द्वानी।

एसओजी टीम में

17- राजवीर सिंह नेगी प्रभारी एसओजी।
18- हे.का. त्रिलोक रौतेला।
19- कानि. अनिल गिरी।
20- कानि. भानुप्रताप।
21- कानि. अशोक रावत।

नोट- एसएसपी पंकज भट्ट ने खुलासा करने वाली टीम के उत्साहवर्द्धन हेतु 5000 रूपये के नगद पारितोषिक से पुरूस्कृत किया गया।

उत्तराखंड (दर्दनाक हादसा): कार हादसे में चार लोग जिंदा जले, अंतिम संस्कार में जा रहे थे सभीClick Now
Whatsapp Group Join NowClick Now
बरसात में स्वास्थ्य का कैसे ख्याल रखें Click Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *