✍️ जिले में बुरी तरह मलबे से पटी सड़कों की संख्या ढाई दर्जन
✍️ मुख्य सड़क से संपर्क कटा, राह आसान करने में लगी हैं जेसीबी
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: पिछले तीन दिन हुई मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर जिले के सड़कों की सूरत बिगाड़ दी। जिससे आवागमन बाधाएं बरकरार हैं। जिलांतर्गत भारी वर्षा से दर्जनों सड़कों में भूस्खलन हुआ और मार्ग बुरी तरह मलबे से पट गई हैं। मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनें काम पर लगी हैं। कई गांवों का मुख्य सड़कों से संपर्क कटा हुआ है। जिले में एक राष्ट्रीय राजमार्ग, 03 राज्य मागों तथा करीब ढाई दर्जन ग्रामीण सड़कों पर जगह—जगह मलबा पसरा हुआ है। जिससे वाहनों के चक्के जाम कर दिए हैं।
पिछले तीन दिनों में हुई भारी बारिश ने राष्ट्रीय राजमार्ग अल्मोड़ा—क्वारब—हल्द्वानी, राज्य मार्ग खैरना—रानीखेत—मोहान, बाड़ेछीना—सेराघाट, सिमलखेत—भनोली—काफलीखान तथा ग्रामीण मार्ग डोबा—चौंसली, द्वारसों—काकड़ीघाट, ताड़ीखेत—उनी, धौलादेवी—खेती, चौकुना—रतखान, सेराघाट—कुंज किमोला, बलमरा—स्याल्दे केदार, बसौली—नाईढौल, खीड़ा—खजुरानी, ज्वारनैणी—बक्स्वाण, चेलछीना, खूंट—काकड़ीघाट, दिगोली—कांडा—ईड़ा, मनान—सिलंगिया, जैंती—मोरनौला, न्योलीखान—सेराघाट, चलमोड़ी गाड़ा—कलौटा, मोरनौला—वल्का—लोहाघाट, पनुवानौला—वृद्ध जागेश्वर, बलमरा—गुदलेख, चिल—सिंधिया मल्ला, छाजा—फटक्वालडुंगरा, ध्याड़ी—मिरगांव, गगास—उड़ी महादेव, रामसिंह किचार मोटरमार्ग, झीपा—टनला, आटी हनुमान मंंदिर—रंगोली आदि की सूरज बिगाड़ दी। जिनमें जेसीबी के सहारे मलबा हटाकर यातायात के लिए उन्हें सुचारु करने के प्रयास चल रहे हैं। कुछ सड़कों से मलबा हटाकर आवागमन सुचारु कर दिया है।
युद्ध स्तर पर हो सड़कें खोलने का काम: डीएम
अल्मोड़ा: जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने सड़क से जुड़े महकमों के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए भारी बारिश से बाधित हुए सड़क मार्गों को खोलने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह कार्य लगातार जारी रखा जाए, ताकि जनता को जल्द से जल्द राहत दी जा सके। उन्होंने पीडब्लूडी, पीएमजीएसवाई, आरडब्ल्यूडी आदि के अधिशासी अभियंताओं से ये चेक करने को कहा है कि सभी सड़कों पर मशीनें काम कर रही हैं या नहींं साथ ही संबंधित जेई को फील्ड पर भेजकर कार्यों की लगातार फोटो अपडेट करें। उन्होंने उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को भी निर्देशित किया है कि अवरुद्ध मार्गों को सुचारू करने के कार्यों की मॉनिटरिंग करें और अपडेट जानकारी दें। साथ ही आपदा प्रभावितों को राहत राशि का भी वितरण करने को कहा है।