सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। जिले में जंगलों की आग नियंत्रित नहीं हो सकी है। धरमधर क्षेत्र के जंगलों में आग लगी है। वातावरण में धुंआ फैल गया है। अस्थमा रोगियों की दिक्कतें बढ़ने लगी है। आंखों की परेशानी भी बढ़ गई है। अराजक तत्वों पर कार्रवाई करने में वन विभाग फिसड्डी साबित हुआ है।
गर्मी बढ़ने लगी है। चीड़ के जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं। सोमवार को बालीघाट, जारती तथा कांडा के मनतोली के जंगल सुलगने लगे हैं। वातावरण में धुंआ फैल गया है। वन्य जीव संकट में आ गया है। गुलदार आदि जंगली जानवर गांवों का रुख करने लगे हैं। जिससे आम आदमी दहशत में आ गया है।
जंगलों की आग ने किया जनजीवन प्रभावित
धुएं के कारण बुजुर्ग, बच्चे आदि सबसे परेशान हैं। अस्थमा तथा आंखों के रोगी बढ़ने लगे हैं। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी हेम पंत, हीरा बल्लभ भट्ट, एडवोकेट मनोज जोशी ने कहा कि अराजक तत्वों पर लगाम कसने की जरूरत है। वन विभाग कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। गर्मी बढ़ने के साथ ही जंगल जलने की घटनाएं भी तेज होंगी।
आग लगाने वालों को चिन्हित करेंगे : कांडपाल
इधर, धरमघर के रेंजर प्रदीप कांडपाल ने कहा कि वन विभाग की टीमें आग को नियंत्रित कर रही हैं। आग लगाने वालों को चिह्नित किया जाएगा।