— माता-पिता का इकलौता चिराग था मुकेश
— परिवार में कोहराम, गांव शोक में डूबा
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
बंगाल इंजीनियरिंग के एक जवान की बीमारी के चलते निधन हो गया है। उनका उपचार सेना के चंडीगढ़ अस्पताल में चल रहा था। सोमवार को उनका पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचा। स्वजनों के अंतिम दर्शन के बाद सरयू और गोमती संगम पर उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उनके असमायिक निधन पर परिवार पूरी तरह टूट गया है। वह अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे।
रवांईखाल के बुढ़गढ़ गांव निवासी 35 वर्षीय मुकेश सिंह परिहार 2003 में बंगाल इंजीनियरिंग में भर्ती हुए। वर्तमान में वह 236 यूनिट में सियाचिन में तैनात थे। ड्यूटी के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें सेना के अस्पताल चंडीगढ़ लाया गया। जहां उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। आज सोमवार को उनका अंतिम संस्कार सरयू-गोमती संगम पर किया गया। वह अपने पीछे छह वर्ष के बेटे विहान सिंह, पत्नी किरन परिहार, पिता पूरन सिंह परिहार और माता खष्टी देवी को रोता-बिलखता छोड़ गए हैं। उन्हें सिग्नल रेजीमेंट कौसानी के जवानों ने सलामी दी।
इधर, जिला सैनिक कल्याण सहायक अधिकारी रमेश चंद्र तिवारी ने जवान को पुष्प चक्र अर्पित किया। उनके निधन पर ललित मोहन पांडे, संदीप परिहार, मनमोहन परिहार, कुंदन परिहार, आनंद परिहार, विरेंद्र सिंह, इंद्र सिंह फस्वार्ण, मयंक खेतवाल, रंजीत दास आदि ने गहरा दुख जताया है।