नारायण सिंह रावत
सितारगंज। गोविंदपुर पड़ा गांव निवासी महिला अलका बैरागी की मौत के मामले में मायके वाले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिलेंगे। मायके वाले अलका के ससुरालियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करेंगे।
बीते 14 फरवरी को ग्राम गोविंदपुर पड़ा गांव निवासी अलका बैरागी ने फांसी लगा ली थी। इस मामले में पुलिस ने ससुरालियों पर मुकदमा दर्ज कर पति अरुण बैरागी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन अन्य ससुरालियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। इसको लेकर मायके वाले बुधवार को क्षेत्र के दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिलेंगे। शक्तिगढ़ नगर पंचायत के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी रमेश राय के साथ घरवाले सीएम से हेलीपैड पर मिलकर ज्ञापन सौंपेंगे। रमेश राय ने बताया कि मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की जाएगी। बताया कि अलका की मौत से पहले उसकी पिटाई की गई थी। लेकिन पुलिस ने केवल आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया है। केवल पति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अन्य ससुरालियों पर कोई कार्रवाई नहीं कि गई है। मायके वालों ने जांच अधिकारी पर भी सवाल उठाए हैं। कहा कि अब तक जांच अधिकारी जांच करने नहीं पहुंचे। कहा कि पुलिस ने पंचनामा सबके सामने भरने की बजाय अस्पताल में भरा।