बागेश्वर। आज पूरे दिन नदी किनारे जाने वालों पर प्रशासन व पुलिस सख्ती का खासा असर दिखा। नदी में नहाने वाले तो नहीं दिखे,अवैध रेता बजरी वालों पर लगाम लगाना काफी मुश्किल रहा। ये अवैध रेता उठाने वाले पुलिस टीम से आंख मिचौली खेलते नजर आये।
बारिश के चलते नदी में नहाने और खनन करने वालों के खिलाफ प्रशासन अर्लट मोड में आ गया है। कल नायब तहसीलदार दीपका आर्य ने नदी में पहुंच लोगों का चेताया था। उनकी चेतावनी को नहाने वालों ने तो गंभीरता से लिया, लेकिन रेता बजरी निकालने वालों पर विशेष असर नहीं दिखा। वे आज भी नदी के बीच से रेता निकालते नजर आये । नायब तहसीदार दीपिका आर्या ने बताया कि ये अभियान पूरे बरसात भर चलेगा। वे कहती हैं हर एक इंसान की जान कीमती है। उनके अनुसार नदी में लोग पकड़े गये या रेता बजरी निकालते पकड़े गये तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वे कहती हैं24 घंटे में कभी भी टीम द्वारा औचक निरीक्षण किया जाएगा। दूसरी ओर आज सरयू नदी के मुहानों में पुलिस की भी सख्ती रही। सख्ती का नतीजा ही रहा आज जिला पंचायत के नीचे कोई भी नदी पर नहीं दिखा। सुबह के समय कुछ नेपाली मजदूर रेता बजरी निकालते हुए दिखे भी तो महिला पुलिसकर्मियों ने समझाते हुए उन्हें तत्काल वहां से हटा दिया। लेकिन कुछ देर में लोग फिर रेता निकालते हुए नजर आए,आज पुलिस भी कहा मानने वाली थी। महिला पुलिस की बार बार गश्त देख वे पूरे दिन नजर नहीं आये। दूसरी ओर मिशन स्कूल से नीचे नदी पर रोज की तरह ही नेपाली मजदूर बेहिचक नदी के बीचों-बीच खनन करते दिखे। उन पर ना कल पुलिस अनाउसमेंट का कुछ असर दिखा, कार्रवाई का डर और ना ही सरयू की भयावाह लहरों का कोई भय। कोतवाल बागेश्वर डीआर वर्मा ने कहा कि उन्होंने पुलिस की कुछ टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार गश्तकर नदी में जाने वालों को सचेत कर रही है,बार-बार समझाने पर भी जो नहीं मानेगा उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।