सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री भारत सरकार अजय टम्टा की अध्यक्षता में शुक्रवार को विकास भवन सभागार में जिला विकास समन्वय निगरानी समिति (दिशा) की बैठक संपन्न हुई। उन्होंने अधिकारियों को नीतिगत नियमों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने और जनसेवा में किसी भी प्रकार की बाधा न आने देने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का उद्देश्य आमजन तक प्रभावी रूप से सेवाएं पहुंचाना है, इसलिए हर स्तर पर पारदर्शिता और गुणवत्ता बनी रहनी चाहिए। राज्यमंत्री टम्टा ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि भारत सरकार ने अवसंरचना विकास में गुणवत्ता के सर्वोच्च मानक तय किए हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सड़क निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो, सड़कें टिकाऊ, सुरक्षित और उच्च मानकों के अनुरूप हों।
जल जीवन मिशन को राज्यमंत्री ने भारत सरकार की एक प्रमुख योजना बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य हर ग्रामीण परिवार को नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनता को बेहतर सेवाएं देने के लिए पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ नवाचार और तकनीक का अधिकतम उपयोग किया जाए। शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए शिक्षा की गुणवत्ता व मिड डे मील योजना के क्रियान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया।
उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि विद्यालयों में बच्चों को पौष्टिक, गुणवत्तायुक्त और संतुलित भोजन नियमित रूप से प्राप्त हो। स्वास्थ विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सहित अन्य योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली और कहा कि आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की एक क्रांतिकारी पहल है, जिसका लाभ हर जरूरतमंद मरीज तक पहुंचाना अधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने राशन वितरण प्रणाली की समीक्षा करते हुए कहा कि इसमें किसी प्रकार की अनियमितता न हो और समय से लाभार्थियों को राशन प्राप्त हो। उन्होंने बीएसएनएल नेटवर्क की खराब स्थिति और लगातार आ रही उपभोक्ता शिकायतों पर असंतोष व्यक्त किया। कहा कि वर्तमान समय में संचार सुविधाएं जनजीवन, शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासनिक सेवाओं से सीधे जुड़ी हुई हैं, ऐसे में नेटवर्क का कमजोर होना एक गंभीर विषय है। विभागीय रिपोर्टिंग में पारदर्शिता और सटीकता बनी रहनी चाहिए ताकि योजनाओं का मूल्यांकन और कार्य योजना यथार्थपरक हो सके।
टम्टा ने युवाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने संबंधित विभागों को नशा उन्मूलन और ट्रैफिक जागरूकता अभियान को और प्रभावी ढंग से चलाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी आशीष भटगाईं ने राज्यमंत्री को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का संबंधित विभागों द्वारा पूरी गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ पालन सुनिश्चित कराया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए जनहित से जुड़े निर्देशों का पालन तय समयसीमा के भीतर सुनिश्चित किया जाए, ताकि योजनाओं का लाभ वास्तविक रूप से ज़मीन पर दिखाई दे और जनता को राहत मिल सके।
बैठक में दर्जा राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट, विधायक पार्वती दास, सुरेश गढ़िया, पूर्व कैबिनेट मंत्री बलवंत सिंह भौर्याल, प्रशासक जिला पंचायत बसंती देव, पालिकाध्यक्ष सुरेश खेतवाल, एसपी चंद्रशेखर आर घोड़के, डीएफओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया, सीडीओ आरसी तिवारी, सीएमओ डॉ कुमार आदित्य तिवारी, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, सीईओ जीएस सोन, डीडीओ संगीता आर्या, डीएसटीओ दिनेश रावत, प्रशासक विकासखंड गरुड़ हेमा बिष्ट, नगर पंचायत अध्यक्ष गरुड़ भावना वर्मा, कपकोट गीता ऐठानी सहित जनपद स्तरीय अधिकारी व समिति के सदस्य उपस्थित रहे।