Almora Special: जिले में शिक्षा विभाग के कार्मिक कोआपरेटिव बैंक से ले सकते हैं 25 लाख तक ऋण, बैंक व विभाग के बीच हुआ करार (पढ़िये पूरी खबर)
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
कैश क्रेडिट कर्मचारी ऋण योजना का अधिकाधिक कर्मचारियों व अधिकारियों को लाभ दिलाने और बैंक का ऋण व्यवसाय बढ़ाने की दिशा में अल्मोड़ा जिला सहकारी बैंक ने अच्छी पहल की है। इसके तहत शिक्षा विभाग का कोआपरेटिव बैंक, अल्मोड़ा के साथ चंद रोज पहले अनुबंध हुआ है। अब शिक्षा विभाग के अधीन कार्यरत शिक्षक व कर्मचारी 25 लाख रुपये तक ऋण आसानी से कोआपरेटिव बैंक से ले सकते हैं।
यह जानकारी देते हुए बैंक के सचिव/महाप्रबंधक नरेश चंद्र ने बताया कि बैंक के अध्यक्ष ललित लटवाल से प्राप्त निर्देशों के क्रम में कैश कैडिट कर्मचारी ऋण योजना का लाभ अधिकाधिक कर्मचारियों व अधिकारियों को पहुंचाने के प्रयास चल रहे हैं। इसी सिलसिले में जिला सहकारी बैंक अल्मोड़ा का ऋण व्यवसाय बढ़ाने की दिशा में कदम उठाते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा, एजुकेशनल मिनिस्ट्रियल ऑफिसर्स एसोसिएशन जनपद-अल्मोड़ा के अध्यक्ष व सचिव तथा बैंक के सचिव/महाप्रबन्धक के बीच गत 16 दिसंबर 2021 को एक अनुबन्ध पर हस्ताक्षर हुए हैं। अनुबंध के अनुसार कोआपरेटिव बैंक की शाखाएं अपने क्षेत्र में कार्यरत स्कूलों, कालेजों व शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों/कर्मचारियों से व्यक्तिगत संपर्क कर उन्हें योजना के लाभ से लाभान्वित करेंगे।
लोन की सीमा और शर्त
इसके तहत शिक्षकों/कर्मचारियों को उनके मूल वेतन और महंगाई भत्ते के योग का 35 गुना तक लोन मिल सकेगा, बशर्ते यह 25 लाख रुपये से अधिक नहीं होना चाहिए यानी मूल वेतन और महंगाई भत्ते के योग का 35 गुना या 25 लाख रूपये में से, जो राशि कम होगी, उतना लोन मिल सकेगा। साथ ही यह शर्त भी है कि कार्मिक ने 2 वर्ष की सेवा पूर्ण कर ली गई हो। यहां उल्लेखनीय है कि पूर्व में निबन्धक (सहकारिता) द्वारा उत्तराखंड के सभी विभागों के कर्मचारियों को कोआपरेटिव बैंक के माध्यम से कैश क्रेडिट कर्मचारी ऋण योजना से लाभान्वित करने की स्वीकृति दी जा चुकी है। यह ऋण अब 25 लाख रुपये तक हो सकता है जबकि इससे पहले इसकी सीमा सिर्फ 15 लाख रुपये थी।
अध्यक्ष ने दिए निर्देश
कोआपरेटिव बैंक अल्मोड़ा के अध्यक्ष ललित लटवाल ने बैंक की शाखाओं के प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने कार्यक्षेत्र में स्थित स्कूलों व कॉलेजों एवं शिक्षा विभाग के अधीन कार्यरत शिक्षकों/कर्मियों से व्यक्तिगत सम्पर्क साधें और उन्हें कैश कैडिट कर्मचारी ऋण योजना का लाभ दिलाएं। बैंक के सचिव/महाप्रबन्धक नरेश चन्द्र ने भी शाखा प्रबन्धकों को अधिकाधिक कर्मचारियों व अधिकारियों को योजना के अन्तर्गत लाभान्वित करके बैंक का ऋण व्यवसाय बढ़ायें।